
गोरखपुर। मानव काया के अंतिम पड़ाव मुक्तिपथ पर अब श्रीमद्भभागवत गीता के श्लोक हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत तीनों भाषाओं में सुना जा सकेगे।गुरुवार को मकर संक्रांति के दिन मुक्तिपथ के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व मंत्री राजेश त्रिपाठी ने कोषाध्यक्ष व व्यवस्थापक महेश उमर को श्रीमद भागवत गीता की ऐसी अनोखी पुस्तक भेट किया जिसमें पढ़ने के साथ स्वचालित श्रवण की सुविधा भी मौजूद है।
मुक्तिपथ को समर्पित अद्भुत गीता पुस्तक हाओमा स्प्रिचुअल नॉलेज सीरीज के तहत डीएमपी डिजिटल टेकनोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड झंडेवालान दिल्ली द्वारा प्रकाशित है। इस अद्भूत पुस्तक के साथ एक डिजिटल पेन जुड़ा है। इस डिजिटल पेन कि खासियत यह है की पेन पुस्तक के किसी भी अध्याय, श्लोक या पेज पर रखने के साथ ही उस अध्याय, श्लोक अथवा पेज पर वर्णित व्याख्यान संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी भाषा में संदर्भ सहित सुनाई देने लगेगा।
खास बात यह भी है कि इस पुस्तक की उम्र पांच सौ वर्ष निर्धारित है, जिसमें कुरुक्षेत्र में स्थित पवित्र पीपल वृक्ष के पत्ते को भी पेस्ट किया गया है। पूर्व मंत्री ने बताया कि मुक्तिपथ पर आने वाले शवदाह यात्रियों और श्रद्धालुओं को पवित्र श्रीमद भगवद्गीता के श्लोक अर्थ सहित सुनने को मिलेंगे तथा महायात्रा पर निकली अदृश्य आत्माओं को श्रीमद भागवत गीता के श्लोक संतुष्टि और तृप्ति प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिलाप्रभारी विजय बहादुर दुबे, पूर्व उपजिलाधिकारी रिषिकेश दुबे, पूर्व प्रमुख रामबेलास तिवारी, कमलेश पटेल, सुरेश मिश्रा, देवेश निषाद, प्रशांत शाही, बबलू सिंह, विद्याधर पांडेय, गुड्डू मिश्रा, आनंद त्रिपाठी, आशीष सिंह, अशोक यादव, दयाशंकर मिश्र सहित अन्य लोग मौजूद थे।