सीतापुर : 16 मार्च की रात दस बजे से शुरू हुई विद्युत विभाग की हड़ताल

सीतापुर। विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारियों की 15 मार्च से कार्य बहिष्कार तथा 16 मार्च की रात दस बजे से 72 घंटा की हड़ताल शुरू होने के बाद जिले के ग्रामीण अंचलों में विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो उठी है। वहीं जिन कर्मचारियों की डयूटी उपकेंन्द्रों पर लगाई गई थी वह भी नदारद है। यही नहीं जिन नंबरों को प्रशासन ने जारी किया वह नंबर भी बंद जा रहे है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली का संकट गहराता जा रहा है। कहीं कहीं फाल्ट हो जाने से उन्हें ठीक नहीं किया जा रहा है जिससे उससे आगे के गांव अंधेरे में पड़े हुए है।

सैकड़ों गांवों की बिजली व्यवस्था हुई बेपटरी

मिश्रिख संवाददाता के अनुसार प्रदेश भर में आज से सभी बिजली कर्मचारी 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे बिजली व्यवस्था चरमराई हुई है। सुबह ही मिश्रिख पावर हाउस से सप्लाई होने वाली बिजली सप्लाई बंद हो गई तथा फिर पूरा दिन यह बाधित रही जिससे मिश्रिख तीर्थ के 2 फीडर जिससे कि मिश्रिख नगर के हजारों घरों सहित नगरीय क्षेत्र से लगे हुए गांवो में बिजली आपूर्ति की जाती है तथा ग्रामीण क्षेत्र में सप्लाई देने वाले 5 फीडर सहित कुल 7 फीडरों से सम्बद्ध हजारों गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है अब यह कब तक चालू हो पायेगी इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।

विद्युत व्यवस्थाओं को लेकर प्रशाशन अलर्ट मोड़ पर

मछरेहटा संवाददाता के अनुसार उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से सूबे के ग्रामीण इलाकों की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है। जनपद सीतापुर में विद्युत विभाग के संविदा कर्मचारी 72 घन्टो से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है। हड़ताल पर गए संविदा कर्मचारीयों की वजह से कोई विशेष समस्या नही पैदा हुई। कुछ संविदा कर्मचारी जो हड़ताल पर न जाकर यहाँ समस्याओ को सुलझाते नजर आए। मछरेहटा पावर हाउस में एसएसओ समेत दो लाइन मैन 24 घण्टे मौजूद रहे। किसी भी समस्या की संभावना पर उप जिलाधिकारी मिश्रिख अनिल कुमार रस्तोगी, सीओ सुशील कुमार यादव ने लेखपाल व पुलिस कर्मचारियों को पावर हाउस पर तैनात किया।

नदारद रहे डयूटी लगाए गए अधिकारी

रेउसा संवाादाता के अनुसार रेउसा कस्बा का फीडर बंद होने से अनेकों गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। यहां पर उदय भान कृषि विभाग के प्रभारी बनाए गए हैं जो फीडर पर मौजूद नहीं हैं। जिससे यहां की कोई विद्युत समस्या न तो पता ही चल रही है और न ही उसे कोई सुनने ही वाला है। 750 गाँव तीन फीडर बिठौली थानगांव धेनुवा विद्युत आपूर्ति से प्रभावित हैं कल शाम से बिसवां से सप्लाई नहीं मिल रही है।

तीन सौ गांवों में जल रहीं मोमबत्ती

संदना संवाददाता के अनुसार थाना संदना क्षेत्र के सरवा पावर हाउस के अंतर्गत लगभग 300 गांवो की बिजली सुबह 7 बजे से बाधित है। लाइन फाल्ट है कोई कर्मचारी न ही फोन उठता है, न ही सप्लाई शुरू की गई। समस्त कार्य बाधित है। मौसम खराब होने की वजह से घरों में अंधेरा है। लोग मोबाइल की टार्च जला कर घरो या दुकानों में काम कर रहे है। उपभोक्ताओ का कहना है कि अब तो मोबाइल भी बंद हो गए है।

दो सौ गांवों की आपूर्ति रही बाधित

महमूदाबाद संवाददाता के अनुसार गुरुवार की रात शुक्रवार को भी पूरा दिन बिजली ने उपभोक्ताओं को खूब रुलाया। देवरिया पावर हाउस से होने वाली करीब दो सौ गांवों की आपूर्ति गुरुवार की रात से शुक्रवार के दिन भर बाधित रही। महमूदाबाद देहात के तीनों फीडर शुक्रवार को पूरा दिन बंद रहे। नगर के फीडर से सप्लाई शायं करीब चार बजे एसडीएम मिथिलेश त्रिपाठी के काफी प्रयास के बाद चालू हो सकी। देहात फीडर बंद होने से वैभव लक्ष्मी कोल्ड स्टोरेज लखनऊ रोडए वैभव कोल्ड स्टोरेज फतेहपुर रोडए फाइन कोल्ड स्टोरेज पैंतेपुर रोडए श्री कुबेर कोल्ड स्टोरेज बिसवां रोड की आपूर्ति शुक्रवार की सुबह से बाधित है।

78 गांवों में बिजली को तरसे लोग

नैमिषारण्य संवाददाता के अनुसार विद्युत हड़ताल के चलते दूसरे दिन नैमिषारण्य तीर्थ में विद्युत व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई। हालात कुछ यूं रहे कि सुबह 6 बजे से नैमिषारण्य तीर्थ में विद्युत सप्लाई नहीं हो सकी। जिसके चलते तीर्थ में दक्षिण भारत सहित विभिन्न प्रदेशों से धार्मिक प्रवास कर रहे श्रद्धालुओं को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। बिजली आपूर्ति बहाल न होने की स्थिति में पेयजल की किल्लत से भी लोगों को जूझना पड़ा। वहीं विभिन्न व्यवसायों सहित आटा चक्कियों के भी पहिये थम गए। हालात ऐसे थे कि नैमिषारण्य तीर्थ के दोनों पावर हाउस से संबंधित 78 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। जिसके चलते खेतों में सिंचाई का कार्य भी ठप हो गया।

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