सीतापुर। ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली बाजारों में होने वाली गंदगी की साफ सफाई कराने के लिए डीएम अनुज सिंह ने नई रणनीति तैयार की है। जिसके तहत जिले के व्यापार मंडलों के साथ जिला पंचायत को बैठक कर इस बात के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी दी है कि बाजारों के व्यापारी एक साथ मिलकर कुछ सफाई कर्मचारी रख लें जो कि नियमित साफ सफाई करे। इससे कुछ बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा और साफ सफाई भी होती रहेगी।
डीएम ने पंचायत राज विभाग को व्यापार मंडलों के साथ बैठक करने की सौंपी जिम्मेदारी
बताते चलें कि ग्राम पंचायत स्तर पर एक-एक सफाई कर्मचारी हैं जो कि नियमित रूप से आते भी नहीं है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में लगने वाली बाजारों में गंदगी की भरमार रहती है। जिसको लेकर सीतापुर के डीएम ने एक नई रणनीति बनाई है इस रणनीति के तहत व्यापार मंडलों के साथ बैठक कर उनसे सहयोग लेकर व्यापारियों के साथ मिलकर साफ-सफाई अभियान शुरू किया जाएगा जो अनवरत चलता रहेगा। इस रणनीति के तहत सभी व्यापारी मिलकर एक कुछ सफाई कर्मचारी रखेंगे जो सफाई कर्मचारी बंजारों की सफाई नियमित रूप से करेंगे। इससे दो लाभ मिलेंगे पहले की कुछ लोगों को रोजगार मिल जाएगा वहीं नियमित साफ सफाई होने से गंदगी भी कम होगी। अब यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है या तो भविष्य के गर्भ में है।
प्रथम चरण में चिन्हित की गई बाजारें
ब्लाक गोंदलामऊ की संदना ग्राम पंचायत की संदना बाजार, बिसवां विकासखंड में बिसवां देहात, देवीपुर बाजार, जहांगीराबाद बाजार, मानपुर बाजार तथा गुरंेरा बाजार शामिल है। इसी तरह से विकासखंड मछरेहटा की मछरेहटा बाजार, विकासखंड ऐलिया की नंेरी कला, खैराबाद की रामकोट, नेपालापुर बाजार, विकासखंड परसेंडी में मुख्य सड़क पर, कसरैला में मुख्य सड़क पर, लहरपुर विकासखंड की रायपुरगंज ग्राम पंचायत की केसरीगंज बाजार, विकासखंड रेउसा में रेउसा बाजार, हरिहरपुर नेवादा की कसमौरा बाजार, विकासखंड पिसावां में गुरसांडा बाजार, पिसावां बाजार, कुतुबनगर बाजार, आंट बाजार तथा रामपुर मथुरा विकासखंड के सिमरी चैराहा बाजार को शामिल किया गया है। यहां पर एक नहीं सैकड़ो की संख्या में दुकानें हैं।