सीतापुर : धान खरीद घोटाले के आरोपी भेजे गए जेल

सीतापुर । रामपुर मथुरा धान क्रय केंद्र पर उजागर हुए भ्रष्टाचार के बाद जिले में प्रशासन की जीरो टॉलरेंस की नीति पर सवाल खड़े होने लगे हैं वजह शासन का मुखिया तो ईमानदार है लेकिन जिले स्तर पर प्रशासन के लोग सरकार की मंशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं । धान खरीद मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता थी और उसमें भ्रष्टाचार बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है ।सबसे खास बात यह है खाद्य व रसद विभाग मुख्यमंत्री के पास है इस विभाग को ही धान खरीद की पूरे प्रदेश में जिम्मेदारी है । सीतापुर जिले में इस विभाग के जानकारी के अनुसार 16 केंद्र संचालित हो रहे हैं जिस विभाग के पास धान खरीद की जिम्मेदारी है उस विभाग के ही सबसे दूरस्थ इलाके में संचालित हो रहे धान क्रय केंद्र पर इतना बड़ा घोटाला मिला है । विधायक ज्ञान तिवारी के प्रयास से भले ही यह भ्रष्टाचार उजागर हो गया हो लेकिन सरकार व प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी है क्योंकि बाढ़ व गांजर का किनारा होने के कारण रामपुर मथुरा क्षेत्र में बहुत ही गरीब छोटे, मछले किसान निवास करते हैं इनमें बहुत से ऐसे लोग हैं जो पूर्वांचल से पलायन करके आए हैं।


धान खरीद में जब वहां भ्रष्टाचार हो सकता है तो जिले में अन्य क्रय केंद्रों का हाल क्या होगा सूत्रों की माने रामपुर मथुरा के धान क्रय केंद्र पर 24000 कुंटल की खरीद दिखाई गई है लेकिन अगर सच्चाई देखी जाए तो इसमें किसानों का मात्र 1000 कुंटल ही धान होगा बाकी धान बिचौलियों और दलालों के माध्यम से खरीदा गया है । यह धान क्रय केंद्र खुलते ही यहां शिकायतें आ रही थी । विधायक ज्ञान तिवारी ने इसकी शिकायत भी महमूदाबाद के तहसील प्रशासन से की लेकिन मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी के निर्देशों को धता बताते हुए यहां के उप जिलाधिकारी पीएल मौर्या एक बार भी इस केंद्र की जांच करने नहीं पहुंचे जब खाद्य रसद विभाग के क्रय केंद्र की एसडीएम ने जांच नहीं की तो अन्य केंद्रों की जांच उन्होंने कहां की होगी अगर समय रहते वह इस क्रय केंद्र की जांच करते तो शायद इतना बड़ा घोटाला व भ्रष्टाचार ना हो पाता ।

जब इसके केंद्र पर शिकायतों का अंबार लगा तब सत्तापक्ष के विधायक ज्ञान तिवारी क्रय केंद्र पर पहुंचे लेकिन रविवार होने के कारण इस पर केंद्र से सब लोग नदारद थे सोमवार को जिला स्तरीय टीम आई अगर विधायक जांच के दौरान पूरा समय मौजूद न रहते तो यह शिकायत भी उन्ही शिकायतों की तरह हो जाती है जैसे कि अन्य शिकायतें निस्तारित हो जाती हैं । विधायक की नाराजगी व मेहनत व हर पल मौजूदगी के चलते इस मामले में एक बड़ी कार्यवाही हुई है । सीतापुर जिले की ही नहीं शायद यह पूरे प्रदेश की पहली एफ आई आर होगी जो मार्केटिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज की गई हो जिले में प्रशासन दावा कर रहा है कि उसने लक्ष्य से डेढ़ गुना धान खरीद लिया है लेकिन इस धान खरीद में पारदर्शिता कहां है वह रामपुर मथुरा में हुए भ्रष्टाचार से उजागर होता है शायद ऐसे ही जिले के अन्य केंद्रों पर ही धान खरीदा गया होगा किसानों से धान न खरीद कर दलालों बिचौलियों से धान खरीदा गया है यह बात रामपुर मथुरा क्षेत्र में हुई जांच के बाद सच साबित हुई है ऐसे में जिले में पारदर्शी और निष्पक्ष धान खरीद प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े होना लाज़मी है ।

धान खरीद में अभियोग दर्ज होने के बाद पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए इस अभियोग के मुख्य आरोपी मार्केटिंग इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार सिंह सहित दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर उनका न्यायालय चालान कर दिया

धान खरीद में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश होते ही क्षेत्र के सैकड़ों किसान परेशान नजर आए वजह 2 महीने से चल रही धान खरीद के दौरान क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा सैकड़ों किसानों का धान बिका उसका भाव जो भी रहा यह किसान ,दलाल ,बिचौलिया व क्रय केंद्र प्रभारी ही जान सकते हैं लेकिन क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा किसी भी किसान को पावती रसीद नहीं दी गई यही नहीं कुछ किसानों का आधा व कम पेमेंट भी किया गया ऐसे में वह सभी किसान परेशान हैं जिनको रसीद नहीं मिली है 3 दिन से सभी किसान जिनको कम पैसा मिला है वह जिनको रसीद नहीं मिली है वह क्रय केंद्र के चक्कर काट रहे हैं हालांकि विधायक ज्ञान तिवारी ने मंगलवार व बुधवार को रामपुर मथुरा में मौजूद रहकर अनेकों किसानों को पावती रसीद दिलाने का काम किया

विधायक ज्ञान तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार जीरो टालरेंस पर काम कर रही है लेकिन खेद के साथ कहना है सरकारी मशीनरी के कुछ लोग विपक्षियों के साथ मिलकर हमारी सरकार पर बट्टा लगाने की कोशिश कर रहे हैं यह मामला उसी का उदाहरण है उन्होंने कहा पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है जिलाधिकारी स्वयं पूरे मामले को देख रहे हैं अन्य जो भी जिम्मेदार लोग होंगे उनका उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा वह चाहे किसी भी पद पर बैठे हो जरूरत पड़ी तो यह पूरा मामला शासन के समक्ष रखा जाएगा किसी भी हालत में गांव गरीब किसान व भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया जाएगा । सबका साथ सबका विकास हमारी सरकार का मूल मंत्र है उसी पर यह सरकार काम कर रही है भ्रष्टाचार का समूलनाश लक्ष्य है इससे समझौता नहीं होगा

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