सीतापुर : परिक्रमा मेले की तैयारियां पूर्ण,मेडिकल सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

सीतापुर। ग्यारह मार्च से प्रारम्भ हो रहे विश्वविख्यात चौरासी कोसीय होली परिक्रमा मेला की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं।जिसके लिए जिलाधिकारी अनुज सिंह की अगुवाई में प्रशासन ने कमर कस ली है।जिसमे जिला पंचायत राजस्व विभाग,लोकनिर्माण विभाग,नलकूप विभाग व विद्युत विभाग,स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां पूर्ण कर ली है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की जानकारी लेते हुए पता चला कि इस बार परिक्रमा मेले में मोबाइल एम्बुलेंस का इस्तेमाल किया जायेगा। मिश्रिख सामुदायिक केंद्र के अधीक्षक डॉ प्रखर श्रीवास्तव ने दैनिक भास्कर से चौरासी कोसीय परिक्रमा मेले की तैयारियों के विषय मे जानकारी देते हुए बताया कि हमारी सारी तैयारियां पूरी है परिक्रमा करने आये किसी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल इलाज कराए जाने के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी।

जिससे किसी भी श्रद्धालु को परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके अलावा अधीक्षक डॉ प्रखर ने बताया की कई जगह ऐसी स्थित होती है कि स्वास्थ्य समस्या होने पर प्राथमिक उपचार केंद्र दूर होने के कारण लोग वहां तक नही पहुँच पाते है इसके अलावा ठंडा मौसम होने व पैदल यात्रा करने के कारण शरीर दर्द व बुखार आदि की समस्या अधिकतर होने की संभावना रहती जिसके लिए प्रत्येक पड़ाव स्थल के साथ ही बाइक एम्बुलेंस बराबर रहेगी और साथ में ही कैम्प रहेगा ।इसके अलावा नैमिषारण्य व मिश्रिख सीएचसी को किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है व अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई है, साथ ही प्रत्येक पड़ाव पर पाॅंच बेड का अस्थायी अस्पताल बनाये जाएंगे।

इसके अलावा मिश्रिख में चार एम्बुलेंस व दो  नैमिषारण्य के लिए एम्बुलेंस बराबर सक्रिय रहेगी जो कि ऑक्सीजन आदि सुविधाओं से लैस रहेगी।दवाइयों का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य केंद्र के पास उपलब्ध है जिससे किसी भी प्रकार से दवाइयों की उपलब्धता की समस्या नही होगी। अधीक्षक ने मेले की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की स्वयं व्यक्तिगत रूप से देखरेख करने व व्यवस्थित रूप से संचालित करवाने की बात कही। चौरासी कोसी परिक्रमा में किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई भी परेशानी नहीं होगी उसके लिए हमारी टीम सक्रिय रूप से लगी रहेगी व सभी पड़ाव पर वह स्वयं व्यवस्थाओं पर नजर रख रहे हैं।डॉ श्रीवास्तव ने अंत मे कहा यह पुण्य का कार्य इतने बड़े धार्मिक व पौराणिक आयोजनों में सेवा करने का अवसर बड़े सौभाग्य से मिलता है जिसमें कोई कसर नही छोड़ी जायेगी और बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जायेगा।

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