सीतापुर : पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं ये मोटे अनाज

सीतापुर। बुधवार को किसान दिवस का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। कार्यक्रम में समस्त सम्बन्धित विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारियों के साथ ही जनपद के विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि एवं किसान उपस्थित रहे। विगत किसान दिवस में प्राप्त समस्याओं के निस्तारण की समीक्षा किये जाने के उपरांत उप कृषि निदेशक सीतापुर डॉ० श्रवण कुमार सिंह द्वारा मोटे अनाजों की उपयोगिता के बारे में बताते हुए किसानों को मोटे अनाजों के उत्पादन हेतु प्रेरित किया गया।

उप कृषि निदेशक ने बताया कि मोटे अनाजों का उत्पादन कम लागत तथा विपरीत मौसमी परिस्थितियों में भी किया जा सकता है। वर्तमान में ज्वार, बाजरा, सांवा, कोदों, काकुन, रागी, मंडुवा आदि मोटे अनाजों के पोषक गुणों के कारण स्वस्थ एवं रोगमुक्त जीवन हेतु मोटे अनाजों के महत्व के बारे में लोग जागरूक हो रहे हैं जिससे मोटे अनाजों की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। उत्पादन लागत कम होने तथा संभावित अधिक मांग के कारण किसानों के पास मोटे अनाजों के उत्पादन से अधिक आय अर्जित करने का एक सुनहरा अवसर है।

किसान दिवस में उप कृषि निदेशक ने दी किसानों को जानकारी

मोटे अनाजों के महत्व को देखते हुए सरकार द्वारा भी उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार योजना प्रारम्भ करते हुए कार्ययोजना निर्गत की गयी है, जिसके तहत मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आगामी खरीफ सीजन में मोटे अनाजों के मिनी किट कृषकों में वितरित किया जाना प्रस्तावित है। कार्यक्रम में अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं से कृषकों को अवगत कराने के उपरांत कृषकों द्वारा सदन को अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया। कृषक उमेश पाण्डेय द्वारा बताया गया कि विद्युत् विभाग के कर्मचारी घरेलू विद्युत लाइनों का निरीक्षण करते समय ग्रामीणों के घर में प्रवेश न करें।

निरीक्षण केवल पोल से मीटर तक ही किया जाय। संदना, नेरी आदि अति भारित पावर हाउस का संचालन मार्च के उपरांत किस प्रकार किया जाएगा इसकी जानकारी देने की अपील भी पाण्डेय द्वारा की गई। किसान दिवस में विद्युत तथा नहर विभाग से सम्बन्धित अधिकांश शिकायतें प्राप्त हुई। उप कृषि निदेशक द्वारा समस्त सम्बन्धित अधिकारियों से प्राप्त समस्याओं का निराकरण एक सप्ताह में कराते हुए आख्या उपलब्ध कराने की अपेक्षा की गयी, जिससे आगामी किसान दिवस से पूर्व अनुपालन आख्या तैयार कर जिलाधिकारी के समक्ष समीक्षा हेतु प्रस्तुत किया जा सके।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें