वजन को नियंत्रित करने और पेट का फैट को कम करने के लिए लोग तमाम प्रकार के जतन करते है. डायटिशन से डाइट चार्ट बनवाते हैं, जिम में घंटों पसीना बहाते हैं। बावजूद इसके अगर वजन कम नहीं होता या फिर बेली उभरी हुई है तो यह सवाल उठना लाजमी है कि ऐसा क्यों? असल में इसके लिए एक बार अपनी डाइट पर नजर दौड़ानी होगी। कई बार हम चाहे-अनचाहे ऐसे फूड्स डाइट में शामिल कर लेते हैं, जो बेली फैट को बढ़ा देते हैं।
पिज्जा में बहुत ज्यादा मात्रा में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अन्य फैट की तुलना में सैचुरेटेड फैट पेट में ज्यादा तेजी से स्टोर होता है। इसका मतलब साफ है कि अगर आप पतले बेली की चाह रखते हैं तो पिज्जा से तौबा करना ही बेहतर होगा।
माना जाता है कि डाइट सोडा में सीमित कैलरी होती है। हालांकि डाइट सोडा पीने से तेजी से बेली फैट बढ़ता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि लोग डाइट सोडा को यह सोचकर पीते हैं कि इसमें कम कैलरी होती है। इस वजह से वे काफी मात्रा में डाइट सोडा पी जाते हैं। नतीजा यह होता है कि काफी कैलरी बेली फैट में जमा हो जाती है। डाइट सोडा के बजाय वाइट टी पीना बेहतर विकल्प होता है।
आलू चिप्स बेली फैट के लिए सबसे खराब फूड आइटम है। सिर्फ इसलिए नहीं कि इसमें सैचुरेटेड फैट है बल्कि इसलिए भी क्योंकि यह ऐब्डामनल फैट को तेजी से बढ़ाता है। इसमें बहुत ज्याद कैलरी होती है, जो बेली के लिए ठीक नहीं है। महज मुट्ठी भर पोटेटो चिप्स की वजह से वजन आसानी से बढ़ सकता है।
सीमित मात्रा में नॉनवेज खाना सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाता है, लेकिन रोजाना इसे खाने से कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि रोज़ाना फैटी फ्रेश रेडी मीट खाना ऐब्डामनल ओबेसिटी को न्योता देने जैसा है।
एक अध्ययन के मुताबिक, जो लोग नियमित फ्रेंच फ्राइज खाते हैं, उनका हर चार साल में तीन पाउंड से ज्यादा वजन बढ़ जाता है। मतलब साफ है कि फ्रेंच फ्राइज से बेली फैट आसानी से बढ़ सकता है। इसके बजाए घर के बने स्वीट आलू फ्राइज़ खा सकते हैं।