सोनभद्र नरसंहार पर सियासी परा बढ़ता जा रहा है. प्रियंका ने वापस लौट जाने की अधिकारियों की सलाह नहीं मानते हुए चुनार गेस्ट हाउस में ही रात काटी। उधर, शनिवार सुबह पीड़ितों के घरवाले प्रियंका से मिलने के लिए गेस्ट हाउस पहुंचे।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मौके पर मीडिया के साथ भारी पुलिस बाल भी मौजूद है। प्रियंका गाँधी ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ितों के दो रिश्तेदार उनसे मिलने आए हैं, जबकि 15 अन्य को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई। उन्होंने कहा, ‘भगवान जाने इनकी क्या मानसिकता है? आप थोड़ा दबाव बनाइए, उन्हें आने दीजिए। मेरे पीछे पड़े हैं।’ इस बीच, कांग्रेस नेताओं ने भी इस हत्याकांड को लेकर गवर्नर राम नाइक से मुलाकात की।
#WATCH Priyanka Gandhi Vadra: Prasashan ko inki (family of victims of Sonbhadra firing case) rakhwali karni chaiye. Jab inke sath hadsa ho raha tha, madad karni chaiye thi. Prasashan ki mansikta meri samaj se bahar hai. Aap unn par thoda dabaw banaiye, aap mere piche pade hain. pic.twitter.com/BIW8ZYnzRF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 20, 2019
उम्भा नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रहे तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के दल को पुलिस ने वाराणसी एयरपोर्ट पर रोक लिया। इस दौरान धरने में बैठने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। इसको लेकर प्रदेश सरकार अब विपक्ष के निशाने पर है।
घोरावल नरसंहार में पीड़ित परिवार से मिलने को लेकर चुनार गेस्ट हाउस में पिछले 24 घंटे से अघोषित रूप से नजरबंद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी के धरने को देख अन्य विपक्षी दल भी सक्रिय हो गए हैं।
Trinamool Congress (TMC) delegation sit on a dharna at Varanasi airport, after they were stopped by police at the airport. They were on their way to meet the victims of Sonbhadra's firing case. pic.twitter.com/MS86BGTQDX
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 20, 2019
इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने अपने दल के चार सांसदों डेरेक ओ ब्रॉयन, सुनील मंडल, अबीर रंजन बिस्वास और उमा सरेन को शनिवार को घोरावल,सोनभद्र पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए भेजा। सांसदों का दल जैसे ही बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुचा वहां पहले से मौजूद पुलिस ने उन्हे रोक लिया और बाद में हिरासत में लिया। सांसदो ने इसकी जानकारी ट्विटर पर वीडियो जारी कर दी।
कुछ पीड़ितों को प्रियंका गांधी से मिलने से रोका गया
Priyanka Gandhi Vadra: Two relatives of victims have come here to meet me, 15 others are not being allowed to meet me. Even I am not being allowed to meet them. Bhagwan jane inki mansikta kya hai? Aap thoda dawab banayiya, unhe aana dijiye. Mere pichhe pade hain. pic.twitter.com/49WkEL1URC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 20, 2019