
‘स्टिचिंग (डच भाषा में स्टिच्टिंग का अर्थ फाउंडेशन है) संस्कृति और संस्कारफाउंडेशन’ (sanskritiandsanskar.com) नीदरलैंड स्थित एक गैर सरकारीसंगठन है, जो भारत और नीदरलैंड दोनों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, रीति-रिवाजों और परंपराओं को एकजुट करने, पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने केलिए समर्पित है।
फाउंडेशन के प्रमुख उद्देश्यों और उपक्रमों में चर्चा मंचों, सामुदायिक शिविरों, आयोजनों, सामाजिक सेवाओं, प्रदर्शनियों और कार्यशालाओं के माध्यम सेएकीकरण, सशक्तीकरण और सह-अस्तित्व शामिल हैं।
सांस्कृतिक सद्भाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित फाउंडेशन कविता, संगीत, नृत्य और आध्यात्मिक/दार्शनिक प्रवचनों को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रमों कोआयोजित करने और मनाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
वर्ष 2022 में स्थापित स्टिचिंग की शुरुआत वैश्विक संस्कृति, विरासत औरपरंपराओं को बढ़ावा देने और उनका आदान-प्रदान करने तथा समान विचारधारावाले अन्य फाउंडेशन आयोजकों, गैर-फाउंडेशन संगठन आयोजकों, इवेंट प्लानिंगसंगठनों, इवेंट निष्पादन संगठनों, इवेंट प्लानर्स, कलाकारों और समान विचारधारावाले अन्य मित्रों के साथ एक साझा मंच पर सम्मानपूर्वक सहयोग करने के लिएकी गई थी, जहाँ वे:
- अन्य समान विचारधारा वाले भारतीय, सूरीनाम के भारतीय और डच ‘संस्कृतिऔर संस्कार’ मशाल वाहकों को ‘खोजें
- योजनाकारों, निष्पादकों और कलाकारों के रूप में प्रतिभाओं को खोजने के लिएअन्य पहलों के साथ ‘सहयोग करें’
- एक-दूसरे के इवेंट फ़्लायर्स/विवरण ‘साझा करें और सफलता का उत्सव एकसाथ मनाएँ
- कलात्मक कौशल, फाउंडेशन, एसोसिएशन और समूह को ‘बढ़ावा दें’
- वैश्विक संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाने के लिए रुचि के विषयों पर ‘मंथन करें
मिशन और उद्देश्य
फाउंडेशन का मिशन भारत और नीदरलैंड की सांस्कृतिक संभावनाओं के बारे मेंपीढ़ियों को जागरूक करना और उनमें सामंजस्य स्थापित करना है।
मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं:
- भारतीय, सूरीनाम भारतीय और डच संस्कृतियों से संबंधित विचारों औरकार्यक्रमों को व्यवस्थित करने, साझा करने, बढ़ावा देने और मनाने के लिए एकमंच प्रदान करना
- साहित्य और विभिन्न कला रूपों को बढ़ावा देना
- संस्कृतियों के बीच सामंजस्य बनाने के लिए आध्यात्मिक प्रवचनों को प्रोत्साहितकरना
- मानवता के सामान्य सूत्रों की खोज करना जो विविध संस्कृतियों को बांधते हैं
- युवा पीढ़ियों को सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं के बारे में जानने और उनकीसराहना करने के लिए प्रेरित करना
- भारतीय और डच संस्कृतियों के मिश्रण के माध्यम से नीदरलैंड में भारतीयप्रवासियों को जोड़ना
प्रमुख गतिविधियाँ और पहल
स्टिचिंग संस्कृति और संस्कार फाउंडेशन अपने मिशन को पूरा करने के लिएसाहित्य, प्रदर्शन कला, दर्शन, आयोजनों जैसे क्षेत्रों में विभिन्न पहलों में सक्रिय रूपसे संलग्न है:
- कलात्मक कार्यक्रम: फाउंडेशन नियमित रूप से नीदरलैंड भर में कला से संबंधितअसंख्य कार्यक्रमों की मेजबानी करता है, जिसमें साहित्य, संगीत प्रदर्शन और नृत्य विधाएं शामिल हैं, जो दोनों संस्कृतियों की समृद्ध परंपराओं और कलाओं काप्रदर्शन और जश्न मनाते हैं।
- सांस्कृतिक समारोह: सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मनाने वाले कार्यक्रमों काआयोजन करके, फाउंडेशन भारतीय प्रवासियों, डच समुदाय और उससे परे केलोगों के बीच गहरी समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देता है।
- कांसुलर कैंप: नीदरलैंड में भारतीय दूतावास के सहयोग से, फाउंडेशन कांसुलरकैंप की सुविधा प्रदान करता है, जिससे भारतीय समुदाय के लिए आवश्यककांसुलर सेवाओं तक निर्बाध पहुँच सुनिश्चित होती है।
- ‘द ट्यूलिपस लाउंज’ पॉडकास्ट: फाउंडेशन ‘द ट्यूलिपस लाउंज’ पॉडकास्ट काप्रकाशन करता है, जिसमें प्रतिष्ठित व्यक्तित्व शामिल है, जिसमें देश के राजदूतोंऔर स्थानीय सरकारी निकाय के प्रमुखों जैसे उल्लेखनीय व्यक्तित्वों के साक्षात्कार शामिल हैं, जो सांस्कृतिक एकीकरण और सामुदायिक पहलों पर चर्चाकरते हैं।
नेतृत्व और टीम
फाउंडेशन का नेतृत्व सांस्कृतिक प्रचार के लिए प्रतिबद्ध एक संवेदनशील टीम द्वाराकिया जाता है। टीम में महेश वल्लभ पांडेय (फाउंडेशन की स्थापना के पीछे कीसोच), कार्यकारी संस्थापक बोर्ड सदस्य और निदेशक; सीमा शर्मा, कार्यकारीसंस्थापक बोर्ड सदस्य और निदेशक; शिल्पम चंद्रा, कार्यकारी संस्थापक बोर्डसदस्य और निदेशक; राकेश पई, कार्यकारी प्रबंधन टीम बोर्ड सदस्य; जिग्नेशकार्णिक, कार्यकारी प्रबंधन टीम बोर्ड सदस्य; आलोक शर्मा, कार्यकारी प्रबंधन टीमबोर्ड सदस्य; संदीप शुक्ला, कार्यकारी प्रबंधन टीम बोर्ड सदस्य और मीडिया प्रमुखशामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, डॉ. पूजा कार्णिक, सामाजिक, स्वास्थ्य एवं महिला गुट की प्रमुख हैं।
स्टिच्टिंग संस्कृति एंड संस्कार फाउंडेशन सभी भारतीयों को एक साथ लाकर ‘भारत’ के बाहर एक ‘भारत’ का अनुभव करवाने का प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है!