मस्जिद बा ईदगाह रही सूनी, घरों में अदा की नमाज

इमरान खान

बरेली। नवाबगंज  ग्राम अख्तियारपुर ईद उल फितर की नमाज मस्जिद के इमाम अंसार रजा के साथ 4 लोगों ने अदा कीशायद पहली बार ही हुआ होगा। इस बार कोरोना वायरस महामारी का ऐसा ग्रहण लगा धार्मिक स्थलों में जाने पर तो पाबंदी लगी ही घरों से निकलना तो दुश्वार कर दिया। कोरोना से सुरक्षा के लिहाज से इस बार अधिकांश लोगों ने फोन पर ईद की मुबारकबाद देने के साथआपसी गिले शिकवे दूर किए।कोरोना वायरस महामारी के चलते इस बार  ईद उल फितर की नमाज रोजदारों ने अपने घरों पर ही अदा करने के साथ ही अपनो को मोवाइल पर ही मुबारकबाद देते हुए नजर आए यह लोगों को एहसास ही नही हुआ कि ईद का दिन है। इस बार की लॉक डाउन बाली ईद ने दुकानदार ही नही हर इंसानका गणित ही बिगाड़ दिया।

ऐसे महत्वपूर्ण त्योहार पर पहली बार ऐसा लगा की किसी ने इस ईद की रोनक ही छीन ली हो। गांव से बाहर जाकर अपनी रोजी रोटी के लिए काम करने बाला ईद के पर्व पर अपने घर बापस आकर परिवार के साथ बैठकर खुशियां मनाता था लेकिन । मुस्लिम समाज के लिए रमजान का पाक महीना एक बड़ी खुशी का होता हैं क्योंकि इस माह में रोजा रखने के साथ साथ पांचों बक्त की नमाज बड़ी शिद्दत से पड़ी जाती है, जिससे मस्जिदें पूरी तरह नमाजियों से गुलजार रहती थीं।  ग्राम अख्तियारपुर में ईद- उल-फितर का त्योहार शान्तिपूर्ण ढंग से मनाया गया। सुबह से ही मस्जिदों से ऐलान हुआ कि सभी लोग ईद की नमाज़निर्धारित समय पर घरों में ही पढे़। कोई भी गले न मिले और न हीहाथ मिलाए तो लोगों ने भी इसका पालन किया।

वहीं इस बार सबसे अच्छे पल वे थे। जब मासूमों ने घरोंमें नमाज पढ़ते समय देश-दुनिया में फैली कोरोना महामारी से बचने के उसके खात्मेकी दुआ की। वहीं सुबह से ही क्षेत्र की मस्जिदों एवं ईदगाहों पर फहरा बिठा दिया गया। ताकि कहीं पर भीड़ इकट्टा न हो। लोगों ने घरों पर ही नमाज पढ़ी। लोग दूर से ही एक दूसरे को ईद कीमुबारकबाद देते रहे

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