डीएम के आदेश को धता बता रहें नगीना में झोलाछाप डॉक्टर, धडल्ले से कर रहे प्रेक्टिस

शहजाद अंसारी

बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय के आदेश के बावजूद झोलाछाप डॉक्टरों व फर्जी ढंग से चल रही पैथोलोजी लैब के मकड़जाल में नगीना फंसता नजर आ रहा है मेडिकल काउंसिल के सारे दिशा निर्देशों को ताक पर रखकर झोला छाप धड़ल्ले से ओपीडी संचालित कर रहे हैं और कुछ लालच और मरीजों पर अपना रौब गालिब करते हुए अपनी पैथी को छोड़कर एलोपैथी में प्रेक्टिस कर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। नगर में इन झोलाछाप डॉक्टरों को किसी अधिकारी का खौफ इस लिए नही है क्योंकि इन झोलाछाप चिकत्सकों से स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारी भी मिले हुए है जो छापा लगने से पूर्व ही पल पल की खबर इन्हे देते रहते है। जिस कारण यह अधिकारियों के जाल में फंसने से पहले ही निकल जाते है। शीघ्र ही यदि इनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाही नहीं की गई तो कोई भी मरीज इन झोलाछाप डॉक्टरों के कारनामें के कारण कोरोना फैला सकता है।


जनपद बिजनौर के चांदपुर में डॉक्टर अभय अग्रवाल की कोरोना से हुई मौत के बाद जिला प्रशासन डॉक्टरों के मामले में बहुत सतर्कता बरत रहा है। जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय द्वारा डॉक्टर्स को ओपीडी न चलाने व सोशल डिस्टेसिंग व साफ सफाई के उच्च मानकों व क्लिनिक व हॉस्पिटल को बार बार सैनिटाइज किये जाने के आदेश के बावजूद झोलाछाप डॉक्टरों के मकड़जाल में नगीना फंसता नजर आ रहा है। मेडिकल काउंसिल के सारे दिशा निर्देशों को ताक पर रखकर फर्जी डिग्रियों के सहारे लोगों को गुमराह कर झोलाछाप धड़ल्ले से ओपीडी संचालित कर रहे हैं जिसमें सारे स्वास्थ्य सफाई सुरक्षा के मानकों की धज्जियां उड़ाई जाती है। नगीना में लगभग दो दर्जन पैथोलोजी लैब व 200 से अधिक झोलाछाप अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखकर गली कूचों मोहल्ला पहाड़ी दरवाजा, छिप्पीपाडा, शेख सराय, कलालान, सरायमीर, काजी सराय, सब्जी मण्डी, नगर पालिका रोड, लुहारी सराय, शाहजहीर आदि मोहल्लों में अपने क्लिनिक चलाकर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करते चले आ रहे है। झोलाछाप चिकित्सकों की हरकतों और लालच के कारण कोरोना महामारी के संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।

इनके पास मरीजों का कोई रिकॉर्ड न होने के कारण कोरोना संक्रमित होने पर मरीजों की चेन को भी वेरिफाई नहीं किया जा सकेगा इतना ही नहीं कुछ लालची किस्म के यूनानी] आर्युवैदिक व होम्योपैथिक पैथी से बने डॉक्टर मरीजों पर अपना रौब गालिब करते हुए अपनी पैथी को छोड़कर एलोपैथी में प्रेक्टिस कर लोगों को जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। नगर में झोलाछाप डॉक्टर इतने दबंग और बेलगाम हो चुके हैं कि किसी अधिकारी का इन्हें खौफ नहीं रहा। इन झोलाछाप चिकत्सकों से स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारी भी मिले हुए है जो छापा लगने से पूर्व ही पल पल की खबर इन्हे देते रहते है।

जिस कारण यह अधिकारियों के जाल में नही फंसते है। लॉक डाउन में नगर के चुनिंदा एमबीबीएस डॉक्टरों के क्लिनिक बन्द मिलने का पूरा पूरा फायदा नगीना के झोलाछाप उठा रहे हैं और सोशल डिस्टेसिंग व स्वास्थ्य के अन्य मानकों की धज्जियां उड़ाकर क्लिनिक के बाहर दिखावे के लिए ताला लगाकर अन्दर जमकर मरीजों का शोषण कर रहे हैं। अगर शीघ्र ही इनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाही नहीं की गई तो कोई भी मरीज इन झोलाछाप डॉक्टरों के कारनामें के कारण कोरोना फैला सकता है।

इस सम्बंध में नोडल अधिकारी क्वेक्स/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ नवीन कुमार ने हमारे संवाददाता शहजाद अंसारी को बताया कि किसी भी कीमत पर किसी की जान से खिलावड नही करने दिया जाएगा। झोलाछाप चिकित्सकों को चिन्हित कर अभियान चलाकर इन पर शिकंजा कसा जाएगा।

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