छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा जीओ का नेटर्वक

रूपईडीहा/बहराइच। एक ओर सरकार विद्यार्थियों को आन लाइन शिक्षा लेने का निर्देश दे रही है। इस सीमावर्ती कस्बे मे लगे जीओ के 03 टावर शोपीस बनकर रह गये है। नेटर्वक बहुत कम रहता है। इसमे इण्टरनेट की स्पीड भी नही रहती। उपभोक्ताओं की शिकायतों पर जीओ के मैनेजर आशीष सिंह ने कस्बे के मध्य स्थानीय नेहरू स्मारक इण्टर कालेज के प्रांगण मे जीओ का टावर खड़ा कराया। परन्तु आज स्थिति पहले से बद्तर हो चुकी है। कस्बे मे सर्वाधिक उपभोक्ता जीओ नेटर्वक से जुड़े है।

कोविड 19 महामारी के चलते विद्यालय एक माह से अधिक समय से बंद है। सरकार ने विद्यार्थियों की पढ़ाई आन लाइन कराने का निर्देश था। परन्तु जीओ नेटर्वक व इण्टरनेट स्पीड न होने के कारण आन लाइन पढ़ाई बंद तो है ही। सामान्य उपभोक्ताओं को बातचीत करने मे दिक्कत आ रही है। कक्षा 05 के विद्यार्थी इशान बरनवाल ने बताया कि लगभग डेढ़ माह से हम लोगों की पढ़ाई बंद है। सरकार की ओर से आन लाइन पढ़ने की सुविधा नेटर्वक अनुपलब्धता के कारण नही हो पा रही है। कक्षा 09 की छात्रा आस्था वर्मा ने बताया कि हम लोगों को अगली कक्षा की पढ़ाई करनी है। अध्यापकों से भी कोई सुविधा नही मिल रही है। इसलिए हमारा भविष्य अंधकारमय होता चला जा रहा है।

कक्षा 07 की छात्रा सोबिया परवीन ने बताया कि घर के अंदर जीओ का इण्टरनेट चलता नही। जब किताब कापी लेकर छत पर जाती हंू तब भी इण्टरनेट सही से नही चलता। जिससे आनलाइन पढ़ाई नही हो पा रही है। कक्षा 05 के छात्र अक्षत ने बताया कि मेरे घर के बगल मे जीओ का टावर लगा है। यह दूरी अधिक्तम 50 मीटर होगी। यहां भी जीओ का नेट नही चलता। ऐसे मे पढ़ाई असंभव है।  इस संबंध मे जीओ के मैनेजर आशीष सिंह ने कहा कि हमारे टावर ठीक चल रहे है नेटर्वक दुरूस्त है।