वसुंधरा में अवैध अतिक्रमण पर गरज रहा है आवास विकास परिषद का महाबली

भास्कर समाचार सेवा ।

वसुंधरा, गाजियाबाद, । आज भी किसी सरकारी महकमे में जो व्यक्ति ईमानदारी व निष्ठा से अपना कार्य करना चाहें, उसके लिए अपने दायित्व व जिम्मेदारी हर हाल में प्रथम होते हैं। जिसकी एक बानगी लंबे समय के बाद उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद की वसुंधरा योजना में दिखाई दे रही है, यहां पर परिषद का महाबली निरंतर बिल्डरों के अवैध निर्माणों पर व परिषद की जमीन पर दशकों से अतिक्रमण करके कुंडली मार कर के बैठे लोगों पर गरज रहा है। इस कड़ी में हाल ही के दिनों में लगभग 800 करोड़ रुपए की बहुमूल्य भूमि को आवास विकास ने परिषद अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया है।

अतिक्रमण के मसले पर आवास विकास परिषद की वसुंधरा योजना के अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल ने बताया कि वसुंधरा योजना में परिषद के बड़े-बड़े भूखंड पर वर्षों से लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर के कब्जा जमाकर बैठे थे। सेक्टर-2 ए में विभाग की 15 हज़ार वर्ग मीटर की बहुमूल्य जमीन पर लगभग 500 झुग्गी-झोपड़ी बनाकर के अतिक्रमण करके लंबे समय से लोग बैठे हुए थे, बार-बार कहने के बाद भी वह भूमि को खाली करने के लिए तैयार नहीं थे। जिसको अजय कुमार मित्तल के निर्देश पर 2 जनवरी 2025 को निर्माण खण्ड -1 के
अधिशासी अभियंता निखिल माहेश्वरी की टीम व परिषद के
महाबली ने पूरी तरह से सफलतापूर्वक ढंग से हटाने का कार्य किया है, जिस भूमि का वर्तमान बाजार भाव लगभग 225 करोड़ रुपए आकलित है।

इसी क्रम में दिसंबर 2024 में ही परिषद ने वसुंधरा के विभिन्न सेक्टरों में लगभग 600 करोड़ रुपए की बहुमूल्य भूमि खाली करवायी थी। हालांकि अब परिषद के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इन पर दोबारा अतिक्रमण न हो उसके लिए ठोस रूपरेखा धरातल पर बनायी जाये। इ

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