बेहद दिलचस्प होगा नजारा : नानपारा चुनाव में दो कुर्मियों के बीच कांटे की टक्कर   

बहराइच l जिले की 7 विधानसभा सीटों में महत्वपूर्ण 283 विधानसभा क्षेत्र नानपारा का चुनाव दिलचस्प होने वाला है यहां पर आगामी 27 फरवरी को मतदान होगा l आपको बता दें  कि विधानसभा क्षेत्र 283 नानपारा में कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 43 हजार 470 है इसमें मुसलमान  वोट 1लाख 36 हजार 426 है, विधानसभा क्षेत्र नानपारा के चुनाव  में कुल 14 प्रत्याशी  हैं, इनमें मुख्य रूप से नानपारा से दो बार विधायक रह चुकी समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती माधुरी वर्मा, भाजपा और अपना दल के संयुक्त प्रत्याशी  रामनिवास वर्मा, बहुजन समाज पार्टी के हकीकत अली, आईएमआईएम के मौलाना लाईक और कांग्रेस के ऐएम, सिद्दीकी हैं।

कुर्मी मतदाताओं को साधने में लगे दो प्रत्याशी

इनमें मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा के बीच दिखाई पड़ रहा है। सपा प्रत्याशी के पति तीन बार विधायक रह चुके हैं और वह स्वयं एक बार  कांग्रेस से और दूसरी बार भाजपा से विधायक चुनी गई और इस समय सपा प्रत्याशी हैं नानपारा विधानसभा में भाजपा का टिकट पाने के लिए बहुत लोग  लाइन में थे परंतु अपना दल के खाते में सीट चली गई  रामनिवास वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है इससे  अंदर ही अंदर कुछ लोगों में नाराजगी है, बसपा से  हकीकत अली चुनाव मैदान में है इनके भाई पूर्व में यहां से विधायक रह चुके हैं, वैसे सभी प्रत्याशी अपनी जीत का दावा करते हैं।

नानपारा विधानसभा में चुनावी मुकाबला होगा त्रिकोणीय

नानपारा विधानसभा में चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय भी हो सकता है, वर्तमान स्थिति सपा-भाजपा के बीच साफ दिखाई पड़ रही है, भाजपा प्रत्याशी के पास जहां पार्टी के परंपरागत वोट है, एवं सरकार द्वारा किए गए कार्य पर वोट मांग रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव की साफ छवि  पिछली सरकार के विकास कार्यों तथा सपा के चूनावी घोषणा पत्र में जनहित के मुद्दों जैसे 300 यूनिट बिजली  फ्री, रोजगार, समाजवादी पेंशन, किसान को बिना ब्याज के लोन, 5 साल गरीबों को खाद्यान्न के साथ ही देसी घी तथा  रोजगार की बात कही गई है।

भाजपा सरकार के 5 वर्षों के काम से नाराज हुए सपा के साथ हैं और नानपारा विधायक से नाराज  कुछ लोग भाजपा के साथ हैं क्योंकि दोनों प्रत्याशी कुर्मी है इसलिए अपने समाज को जोड़ने की पूरी कोशिश जारी है, विधानसभा नानपारा में मुस्लिम मतदाता 39 . 94 प्रतिशत है यही मत निर्णायक होगा मुसलमानों का वोट भाजपा में भी कुछ प्रतिशत जा सकता है, आई एम आई एम के प्रत्याशी को भी  कुछ  मुस्लिम मत मिल सकता है, बसपा प्रत्याशी हकीकत अली के पक्ष में भी  मुस्लिम  मतों का ध्रुवीकरण हो रहा है इन्हें कितना मुस्लिम मत मिलेगा अभी कहा नहीं जा सकता l

जानिए किन मतदाताओं का मत होगा निर्णायक

दैनिक भास्कर टीम द्वारा  भ्रमण करने से मालूम होता है कि अधिकांश लोग परिवर्तन की बात करते हैं अखिलेश को सीएम देखना चाहता है यदि यही स्थिति रही तो सपा  चुनाव जीतेगी, दूसरी और भाजपा अपना दल प्रत्याशी रामनिवास वर्मा भी भाजपा के परंपरागत वोट और कुर्मी समाज को एकजुट करने में लगे हुए हैं, योगी, मोदी के नाम के कारण वह भी सीधी लड़ाई में  हैं।  बसपा प्रत्याशी हकीकत अली पार्टी का परंपरागत  वोट साधने के साथ-साथ मुसलमानों का  वोट हासिल करने  में लगे हुए हैं मुख्य लड़ाई में आते हैं कि नही यह समय बताएगा, दिललचस्प बात यह है कि 283 विधानसभा क्षेत्र में 18 से 26 आयु के मतदाताओं की संख्या  17% है यही मत निर्णायक मत हो सकते हैं।

नानपारा से आखिरकार कौन कौन रहा विधायक

आजादी के बाद नानपारा में सेठ बुद्धि लाल, बसंत लाल शर्मा, पारसनाथ सिंह एक एक बार विधायक, जटाशंकर सिंह तीन बार, फजलुर रहमान अंसारी तीन बार, वारिस अली एक बार, और माधुरी वर्मा दूसरी बार नानपारा से विधायक हैं, वहीं ये एक बार फिर  सपा से  चुनाव मैदान में हैं, भरतीय मुस्लिम अल्प, विकास समिति के अध्यक्ष सैयद अब्दुल वली ने कहा  कि देश की अखंडता और संविधान सुरक्षा के लिए भाजपा को हटाना जरूरी है, उनकी समिति ने नानपारा की समस्याओं को लेकर सपा प्रदेश कार्यालय को पत्र भेजा था जिसके जवाब में नरेश उत्तम पटेल की ओर से पत्र आया था।

वहीं सपा के इस कदम से प्रभावित होकर अपने अन्य संगठनों के साथ समाजवादी को समर्थन है, नानपारा जिला बनाओ समिति के केशव पांडे कहते हैं कि उनकी समिति वर्षों से जिला बनाने के लिए प्रयासरत हैं निवर्तमान भाजपा सरकार में काफी प्रयास किया गया विधायक और मंत्रियों के लेटर पर के बाद भी नानपारा पर ध्यान नहीं दिया गया, सपा की सरकार बनती है तो जिला बनाने का वादा किया गया है ऐसे में सपा के साथ है, समाजसेवी राम लखन आर्य ने कहा है कि जो जिले की बात करेगा उसी को सहयोग करेंगे और लोगों से अपील भी करेंगे।  

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