डॉ भीमराव अंबेडकर जिला महिला चिकित्सालय का दो दिवसीय एनक्यूएएस(नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड) एसेसमेंट हुआ संपन्न।

भारत सरकार की दो सदस्यीय टीम ने दो दिन में किया मूल्यांकन

भास्कर समाचार सेवा

इटावा वर्ष 2019 में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड का सर्टिफिकेट से नवाजे जा चुके जिला महिला अस्पताल की गुणवत्ता में कितना सुधार हुआ है। यह जांचने के लिए भारत सरकार की ओर से दो सदस्यीय टीम यहां आई। टीम ने जिला महिला अस्पताल का सोमवार और मंगलवार को निरीक्षण किया। इस दौरान कार्य करने के तरीके, दस्तावेज पूर्ण करने, स्टाफ की उपलब्धता व कार्य क्षमता और मरीज की संतुष्टि आदि की हकीकत परखी गई।

जिला परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेन्स डॉ रहीसुद्दीन ने बताया कि पहले दिन टीम ने लेबर रूम ऑपरेशन रूम पैथोलॉजी ओपीडी एवं सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट ( एसएनसीयू) विभाग का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन फार्मेसी वार्ड जनरल एडमिन का निरीक्षण गहनता के साथ किया। 

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राम बिहारी ने बताया कि निरीक्षण सफल रहने और जांच टीम की ओर से 70 प्रतिशत से अधिक स्कोर मिलने पर एनक्यूएएस सर्टिफिकेट बरकरार रह सकता है। एनक्यूएएस सर्टिफिकेट मिलने पर सरकार की ओर से अतिरिक्त धन मिलता है। उसका प्रयोग अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर सेवाएं और सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि सर्टिफिकेट मिलता है तो उस धनराशि को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में लगाया जाएगा।
डॉ रहीसुद्दीन ने बताया कि भारत सरकार की ओर से सभी अस्पतालों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक मानक तैयार किया गया है। इसके लिए चेक लिस्ट भी तैयार की गई है। इसी के हिसाब से टीम संबंधित विभागों की गुणवत्ता चेक करती है। हालांकि हर वर्ष राज्य स्तरीय टीम दौरा करती है और बाद में भारत सरकार की टीम आती है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा जो टीम जिला अस्पताल में भेजी गई है उसमें डॉ सुधीर कुमार देहरिया( भोपाल) एवं डॉ देबाज्योती भट्टाचार्य (भुवनेश्वर) से भेजे गए । यह सभी नेशनल ऐसेसर है। डॉ रहीसुद्दीन ने बताया कि टीम के अलग-अलग
सदस्यों के द्वारा पहले दिन जिला अस्पताल की फार्मेसी, रेडियोलॉजी, ओपीडी तथा एसएनसीयू का बारीकी से निरीक्षण किया गया। टीम के सदस्यों ने डॉक्टरों के साथ स्टाफ से भी व्यवस्थाओं के संबंध में अलग से जानकारी ली। वहीं मरीजों से भी अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता के संबंध में फीडबैक लिया।
उन्होंने कहा कि अब यह देखना है कि भारत सरकार की टीम को जिला अस्पताल की व्यवस्थाओ की गुणवत्ता में कितना सुधार मिला है। टीम के दौरे के समय जिला महिला अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रामबिहारी, जिला परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेन्स डॉ रईसुद्दीन, डॉ ज्योत्षना भाटिया डॉ अनिल डॉ मेहता डॉ रतन डॉ यशमिता डॉ नरेंद्र हॉस्पिटल मैनेजर डॉ सरताज अहमद , मौजूद रहे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें