भाई जी! जरा संभल कर। आपकी डाइविंग पर अब वर्दी की तीसरी आंख निगहबानी करेगी। यातायात नियमों का उल्लघंन करते आप पाए गए तो मुश्किल होगी। आप को भारी जुर्मना देना होगा। सत्ता की हनक और नेताजी की सिफारिश नहीं चल पाएगी। क्योंकि इतना सब करने के लिए आपके पास मौका ही नहीं होगा, तब तक पुलिस आपका ई-चालान काट चुकी होगी। नई व्यवस्था में पुलिस का काम आसान हो गया है।
योगी सरकार की डिजिटल पहल से पुलिस का सिरदर्द कम हो गया है। अब आपको पुलिस चेकिंग के नाम पर डरना नहीं है, लेकिन जेब में मोटा पैसा होना चाहिए बस। आप अगर चोरी के वाहन चढ़ रहे है तो इसकी सूचना सीधे मूल वाहन स्वामी तक पहुंच जाएगी। उस वाहन पर आप भले फर्जी नम्बर चढ़ा रखा हो या आपका नम्बर प्लेट पर अलत नम्बर अंकित करवा रखा हो। यातायात या सिविल पुलिस आपके वाहन का चेसिस नम्बर ई-चालन में भर भेज देगी, जिसकी सारी जानकारी आपके यातायात सर्किल आफिसर और मूल वाहन स्वामी के पास पहुंच जाएगी। जिसके बाद आपकी चोरी पकड़ी जाएगी।
कोतवाल सुनील दत्त के अनुसार अगर कोई व्यक्ति वाहन बेतरतीब खड़ा किया है जिसकी वजह से जाम लग रहा है या फिर उस पर नम्बर प्लेट नहीं है। कोई व्यक्ति दुघर्टना कर भाग रहा है। हेलमेट नहीं लगाया है। गलत साइड से वाहन चला रहा है। उसके सारे रिकार्ड पल भर में ई-चालान ऐप में कैद हो जाएंगे। बाद में उस वाहन का नम्बर या चेसिंस क्रमांक चालान को ई-चलान ऐप पर डालते ही सारा ब्यौरा मिल जाएगा। बाद में ऐप के जरिए यह जानकारी सीधे यातायात निदेशालय लखनऊ पहुंच जाएगी। वहां से संबंधित जिलों के यातायात सर्किल आफिसर को इसकी सूचना आनलाइन मिल जाएगी। बाद में जिस नियमों की आपने अनदेखी की होगी उसके अनुसार आपका ई-चालान कट जाएगा, फिर आपको सर्किल यानी क्षेत्राधिकारी कार्यालय में जाकर संबंधित अर्थदंड़ भरना पड़ेगा।
आप किसी नेता, विधायक और सांसद से सिफारिश भी नहीं कर पाएंगे। क्योंकि जब तक आप नेताजी को फोन लगाएंगे, तबतक आपका ई-चलान कट चुका होगा। अगर आपने अपनी बाइक या चार पहिया वाहन किसी को दिया है और संबंधित चालक ने नियमों का उल्लघंन किया है तो उसका दंड आपको भरना पड़ेगा। क्योंकि ई-चालान सीधे आपकी गाड़ी का कटेगा। सड़क पर अगर आप किसी पुरानी गाड़ी को लेकर चल रहे हैं और उसका कागज दुरुस्त नहीं हैं। कई सालों से रोड टैक्स नहीं भरा गया है तो ई-चालान की वजह से आप फंस सकते हैं। आपकी इस लापरवाही का खामियाजा आपकी जेब को भुगतना पड़ेगा। बदलते दौर में आप सतर्क और सजग हो जाएं। वाहन चलाते समय नशा कत्तई न करें। हेलमेट पहले और यातायात नियमों का पूरी तरह अनुपालन करें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो ई-चालान आपकी मुश्किल बढ़ा सकता है।