राममोहन दंडोतिया ने बुधवार देर रात खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. उन्होंने यह कदम पत्नी से हुए विवाद के बाद कमला नगर थाने की 100 डायल की गाड़ी में आने के दौरान उठाया. एसपी हेड क्वार्टर धर्मवीर यादव ने मीडिया को फोन पर जानकारी दी कि राममोहन दंडोतिया एसबी शाखा में पदस्थ थे.
जानिए क्यों उठाया ऐसा कदम
उन्होंने यह कदम पत्नी से हुए विवाद के बाद उठाया. इस बारे में एसपी हेड क्वार्टर धर्मवीर यादव ने बताया कि 34 वर्षीय राममोहन दौनेरिया एसबी शाखा में पदस्थ हैं. उनकी पोस्टिंग बतौर उमा भारती के पीएसओ के रूप में हुई थी.
बुधवार रात करीब 12 बजे कमला नगर थाने की डायल 100 पर उनकी पत्नी ने कॉल किया. उन्होंने शिकायत की कि उनसे पति मारपीट करता है. मौके पर पहुंची पुलिस पति-पत्नी को अपने साथ थाने लाने लगी.
इस बीच कोपल स्कूल के पास राममोहन ने अपनी सर्विस पिस्टल से अपने सिर में गोली मार ली. उन्हें इलाज के लिए फौरन हजेला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई.
राममोहन मूलत: भिंड के गांव बराई के रहने वाले थे. उनकी शादी वर्ष 2013 में अर्चना से हुई थी. उनका एक बेटा भी है. बीती रात राममोहन दौनेरिया शराब के नशे में थे. इस दौरान पति-पत्नी के बीच कहासुनी और मारपीट हुई.
क्या कहती है पुलिस
पुलिस को अपनी प्राथमिक जांच में आत्महत्या का कारण पति-पत्नी के बीच हुआ विवाद आया है. पुलिस का कहना है की पूरे मामले की ज्यूडिशियल इन्क्वाइरी की जा जाएगी. पुलिस ने शव पीएम के लिए भेज दिया है जिसके बाद सारी जानकारी सामने आयेगी.
मालूम हो कि इसके कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निजी सहायक ने लक्ष्मीबाई नगर में अपने घर में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी.
पुलिस ने बताया था कि मूलतः बिहार के रहने वाले कुंदन सिंह केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निजी सहायक के तौर पर काम करते थे. वह साउथ दिल्ली के लक्ष्मीबाई नगर में फ्लैट में रहते थे.
वह छुट्टी के दिन घर पर थे तभी उनकी पत्नी ने उन्हें खाना खाने बुलाया तो वह नहीं आए. जब उनके कमरे में जाकर देखा गया तो उनका शव पंखे से लटका हुआ था. पुलिस का कहना है कि यह साफ नहीं हुआ है कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की.