यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देश के तहत विधानसभा चुनाव में इस बार प्रत्येक बूथ पर एश्योर्ड आफ मिनिमम फैसिलिटी उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। ताकि मतदाताओं को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। चुंकि विधानसभा में तैनात पर्यवेक्षक भी मतदान केंद्रों की जांच कर सकते हैं इसलिए विशेष एहतियात बरती जा रही है।
बता देें कि आजमगढ़ जिले में सातवें चरण में सात मार्च को मदतान होना है। जिला प्रशासन मतदान की तैयारियां करने में जुटा है। कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। अब प्रशासन सभी मतदान केंद्रों पर एएमएफ उपलब्ध कराने की तैयारी में जुटा है। अयोग द्वारा सभी बूथ पर शौचालय, पेयजल की मुक्कमल व्यवस्था, हेल्प डेस्क, दिव्यांजन के लिए रैंप, बुजुर्ग वोटरों की मदद के लिए वालिंटियर आदि की व्यवस्था करने को कहा गया है।
इसके अलावा इस बार 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के मतदाताओं को बैलेट से मतदान की भी व्यवस्था की गई है। इससे प्रशासन की जिम्मेदारी और बढ़ गयी है। निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन तहत एएमएफ की व्यवस्था को यहां समस्त बूथ पर निर्धारित करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी अमृत त्रिपाठी निर्देश दिया गया है। इसकी जिम्मेदारी विधानसभावार तैनात आरओ को दी गई है। आरओ लागातार बूथों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को चाक चौबंद बनाने में जुटे हैं।
जिले में अधिकतर बूथ पंचायत भवन, स्कूल, कालेज में हैं। इसलिए एएमएफ की सुविधा स्कूल प्रबंधन के साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी व राजस्व विभाग के लेखपाल को सौंपी गई है। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि समय से पेयजल, शौचालय, रैंप व बाउंड्री की व्यवस्था करा लें। यह सुविधाएं नहीं होगी तो सीधे तौर पर जिम्मेदारी तय कर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई होगी। निर्वाचन आयोग ने विधानसभावार सामान्य प्रेक्षक की तैनाती कर दी है। बताया जा रहा है कि प्रेक्षक भी कुछ बूथों का सत्यापन कर सकते हैं।