लखनऊ गोलीकांड, क्या पुलिसवाले बने हत्यारे? यहाँ जाने सब कुछ इस VIDEO में…

लखनऊ :  शुक्रवार रात मल्टिनैशनल कंपनी ऐपल के एरिया मैनेजर को गोली मारने के मामले में यूपी पुलिस चौतरफा घिरी नजर आ रही है। ऐपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की पत्नी अड़ी हुई हैं कि जब तक सीएम योगी आदित्यनाथ नहीं आते पति का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगी। यूपी पुलिस और आरोपी सिपाहियों ने गोली मारने की बात तो स्वीकार कर ली है, लेकिन वजह सेल्फ डिफेंस को बताया जा रहा है। मृतक के साथ गाड़ी में मौजूद उनकी कलीग का बयान सीधे तौर पर कह रहा है कि जानबूझकर गोली चलाई गई। सीएम से लेकर डीजीपी, सबके बयान सामने आ चुके हैं।

उत्तर प्रदेश की राजधानी के गोमती नगर जैसे पॉश इलाके में घटी इस वारदात के कुल पांच पहलू हैं। एक मृतक और उनका परिवार, दूसरा सहयोगी सना का बयान, तीसरा आरोपी कॉन्स्टेबल का बयान, चौथा उत्तर प्रदेश पुलिस की सफाई और पांचवां सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान। आइए आपको इस सनसनीखेज वारदात के हर पहलुओं से रूबरू कराते हैं…

आईफोन की लॉन्चिंग से घर लौट रहे थे विवेक, पत्नी का सवाल- मारा क्यों
शुक्रवार को यूपी पुलिस की गोली का शिकार होकर जिस युवक ने अपनी जान गंवाई उनका नाम विवेक तिवारी है। विवेक की दो बेटियां हैं। अबतक की रिपोर्ट के मुताबिक ऐपल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक आईफोन की लॉन्चिंग से घर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने उनपर गोली चला दी। गंभीर रूप से घायल विवेक की इलाज के दौरान मौत हो गई।

विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा, ‘पुलिस को मेरे पति को गोली मारने का अधिकार नहीं था। अगर कोई गाड़ी नहीं रोकेगा तो आप उसे गोली मार देंगे? कह रहे हैं कि आपत्तिजनक हालत में थे। ऐसा था तो पकड़ना चाहिए था, फिर सबको बुलाना चाहिए था। गोली क्यों मारी? मैं यूपी के सीएम से मांग करती हूं कि वह आकर मेरी बात सुनें।’

क्या कह रही हैं प्रत्यक्षदर्शी सना
इस वारदात के दौरान विवेक अकेले नहीं थे। गाड़ी में उनके साथ उनकी सहयोगी सना खान भी मौजूद थीं। सना ने बयान दिया है कि विवेक उन्हें घर ड्रॉप करने जा रहे थे। इसी बीच आरोपी पुलिसवालों ने गाड़ी रोकने की कोशिश की। विवेक ने साइड से गाड़ी निकालने की कोशिश की तो पुलिसवालों ने सामने से बाइक लगा दी। गाड़ी बाइक से हल्की सी लगी। बाइक पर पीछे बैठे सिपाही के हाथों में लाठी थी, आगे वाले के पास बंदूक। आगे बैठे सिपाही ने सीधा सर को निशाना बना गोली चला दी।

सना के मुताबिक गोली लगने के बाद भी विवेक ने कुछ दूर गाड़ी को चलाया लेकिन होश खोने के बाद गाड़ी पिलर से टकरा गई। सना ने सड़क पर लोगों से मदद मांगी लेकिन कोई आगे नहीं आया। बाद में पुलिस वारदात के स्थल पर पहुंची।

जानें, सीएम योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा
इस मामले में चौतरफा बन रहे दबाव और विपक्षी दलों के हमले के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान भी सामने आ गया है। उन्होंने कहा है कि यह मामला एनकाउंटर का नहीं है। हालांकि उन्होंने यह आश्वासन भी दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जाएगी।

आरोपी कॉन्स्टेबल ने क्या वजह बताई
इस मामले में दो आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी और संदीप को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनके खिलाफ हत्‍या का मामला दर्ज जेल भेज दिया गया है। गोली चलाने वाले आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने अपने बचाव में कहा है, ‘हम लोग गश्त पर थे। इसी दौरान विवेक ने हम पर गाड़ी चढ़ाई। विवेक का इरादा हमें जान से मारने का था। उसने तीन बार गाड़ी रिवर्स गियर में करके हमें कुचलने की कोशिश की। अंदर गाड़ी में कौन बैठा था यह नहीं दिखा।’

यूपी पुलिस और डीजीपी का बयान
एक तरफ सना का बयान इशारा कर रहा है कि विवेक की हत्या की गई है तो पुलिस की कहानी अलग ही है। लखनऊ के एसएसपी का कहना है कि पुलिसवालों ने विवेक को रोकने की कोशिश की तो वह नहीं रुके। फिर कॉन्स्टेबल ने गोली चला दी। वहीं यूपी के डीजीपी ने भी कहा है कि यह सेल्फ डिफेंस में की गई हत्या का मामला है।

मृतक विवेक की पत्नी ने CM  को लिखा पत्र, मांगा मुआवजा

एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में मृतक की पत्नी ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से मुआवजे की मांग की है। पीड़िता कल्पना तिवारी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोपियों के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने मुआवजे के तौर पर 1 करोड़ रुपए और पुलिस विभाग में नौकरी मांगी है।

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