
कानपुर। प्री मानसून की बन रही गतिविधियों के बीच बंगाल की खाड़ी से नम हवाएं बराबर मैदानी क्षेत्रों में आ रही हैं। इससे वातावरण में नमी बढ़ गई तो दूसरी तरफ उमस भरी गर्मी लोगों को हलकान करने लगी। मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि एक ट्रफ रेखा हरियाणा से उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम होते हुए नागालैंड तक फैली हुई है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा इस चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर पश्चिमी अरब सागर तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा और आसपास के इलाकों में निचले स्तरों पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग पर बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी ऊपर है। रायलसीमा से कोमोरिन क्षेत्र तक निचले स्तर पर एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से लगभग 3.1 ऊपर है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 36.6 और न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 71 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 58 प्रतिशत रही। हवा की दिशाएं उत्तर पश्चिम रही जिनकी औसत गति 7.4 किमी प्रति घंटा रही। आगामी पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के साथ कहीं कहीं बूंदाबांदी भी होगी।