अर्बन हेल्थ सेंटर भी बनेंगे आरोग्य केंद्र : सीएमओ

 

15 उप स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहे आरोग्य केंद्र

अतिरिक्त 15 पीएचसी में से 13 आरोग्य केंद्र बनेंगे

गाजियाबा । महानगर के सभी अर्बन हेल्थ सेंटर में आरोग्य केंद्र बनाए जाएंगे। पहले चरण में जनपद के उप स्वास्थ्य केंद्रों को आरोग्य केंद्र बनाया जा रहा है। जनपद के सभी 30 उप स्वास्थ्य केंद्रों पर अलग से एक कमरे और छोटी सी लैब का निर्माण किया है। इस लैब में किट से होने वाली जांचें की जाएंगी। इनमें से 15 आरोग्य केंद्रों पर कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) तैनात की गई हैं, जो वहां पहुंचने वाले ग्रामीणों के स्वास्थ्य की समय समय जांच करेंगी। सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने बताया कि स्टाफ नर्सेज को छह माह का ब्रिज कोर्स कराने के बाद सीएचओ बनाया गया है।

सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य उप-केंद्रों के बाद अगले चरण में जनपद में संचालित हो रहीं 15 अतिरिक्त पीएचसी (प्राइमरी हैल्थ सेंटर) में से 13 में आरोग्य केंद्र स्थापित किए जाने की योजना है। इतना ही नहीं महानगर में चल रहे 33 अर्बन हेल्थ सेंटर भी अब आरोग्य केंद्रों के रूप में काम करेंगे। इस प्रकार जनपद में कुल मिलाकर 76 आरोग्य केंद्र बनाए जाएंगे। यहां न केवल गर्भवती महिलाओं की समय-समय पर जांच की सुविधा होगी बल्कि प्रसव की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। बच्चे की देखभाल के अलावा उसका टीकाकरण भी इन आरोग्य केंद्रों के जरिए होगी।

सीएमओ ने बताया कि आरोग्य केंद्रों की स्थापना के पीछे विभाग का उद्देश्य एडवांस स्टेज पर ही रोगों का पता लगाने का है ताकि किसी भी रोग की शुरूआत में उसका उपचार शुरू किया जा सके। कई बार दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग बीमारी की शुरूआत में उसे गंभीरता से नहीं लेते और हालत गंभीर होने पर ही डाक्टर के पास जाते हैं। स्वस्थ रहते हुए जांच कराने का चलन हमारे देश में काफी कम है, जबकि उम्र के एक पड़ाव पर पहुंचने के बाद नियमित जांचें कराना जरूरी हो जाता है। इन्हीं सब बातों के मद्देनजर आरोग्य केंद्रों की परिकल्पना पर काम शुरू किया है।

 

टेली मेडिसिन की सुविधा भी मिलेगी

एसीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि आरोग्य केंद्रों में टेली मेडिसिन की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए आरोग्य केंद्रों में कप्यूटर स्थापित किए जाएंगे। दूर दराज के क्षेत्र में यदि किसी ग्रामीण को कोई गंभीर बीमारी होती है और वहां तैनात सीएचओ को विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श की जरूरत महसूस होती है और आरोग्य केंद्र से ही वीडियो कॉल के जरिए मरीज को विशेषज्ञ डाक्टर का परामर्श दिलाया जाएगा। आरोग्य केंद्रों में कंप्यूटर स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।