
Vastu Tips : भोजन केवल भौतिक पोषण का साधन नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो हमारे मन और आत्मा को भी शुद्ध करती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस भाव से खाना बनाया जाता है, उसका सीधे हमारी सेहत और जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
स्वस्थ भोजन का मतलब सिर्फ यह नहीं कि हम क्या खा रहे हैं, बल्कि यह भी महत्वपूर्ण है कि हम कहां और कैसे खा रहे हैं। वास्तु शास्त्र, हमारे घर की दिशाओं को और स्वास्थ्य को जोड़ता है। यह प्राचीन विज्ञान सकारात्मक ऊर्जा से घर को भरने के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है।
भोजन की सही दिशा
विशेषज्ञ रवि पाराशर के अनुसार, भोजन करते समय पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में मुंह करना अत्यन्त शुभ माना जाता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है और घर में धन व वैभव बढ़ता है। ये दिशा पाचन क्रिया को दुरुस्त रखती है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है।
भोजन करते समय बचने वाली दिशा
दक्षिण दिशा में मुंह करके भोजन करने से बचना चाहिए। यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाली दिशा है, जिसके कारण सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है और जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
- बिस्तर पर भोजन: बिस्तर पर बैठकर खाना खाना अशुभ है। इससे मां लक्ष्मी में नाराजगी आ सकती है, जिससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
- शांत माहौल: डाइनिंग एरिया में हल्के और सुखद रंगों का प्रयोग करना चाहिए, जैसे हल्का हरा, नीला या सफेद। गहरे रंग नकारात्मकता को आमंत्रित कर सकते हैं।
- खाना बनाते समय मानसिक स्थिति: खाना बनाते समय हमेशा खुश और शांत मन से काम करें। गुस्से या तनाव में भोजन बनाना नकारात्मक ऊर्जा को समाहित करता है, जो परिवार पर मन्द प्रभाव डाल सकता है।