हर व्यक्ति के जीवन में वास्तुशास्त्र का विशेष महत्व होता हैं, घर पर वास्तु दोष होने से व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से सामना करना पड़ता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं घर पर मौजूद वास्तु दोष कौन कौन से होते हैं और इसको दूर करने के उपाय क्या हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर निर्माण के समय, या पुनः कंस्ट्रक्शन के समय वास्तु नियमो का पालन करने से घर परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है।
आपने अक्सर देखा होगा, ज्यादातर घरो में सभी वस्तुए कायदे व सुसज्जित रूप से रखी रहती है। जिसका प्रमुख कारण उस घर में वास्तु का सकारात्मक माहौल होता है। ऐसे घर में प्रवेश करते ही एक अजीब अनुभूति का अहसास होता है। घर में रखी वस्तुए, व भवन निर्माण वास्तु के अनुसार उस घर में सकरात्मक माहौल लाता है। इस लिए आइए जानते हैं घर पर मौजूद 20 तरह के वास्तु दोष कौन-कौन से होते हैं और इसको कैसे दूर किया जा सकता है।
वास्तु दोष उपाय
नया मकान बनवाते या फिर नया फ्लैट खरीदते वक्त गृह प्रवेश के दौरान वास्तु के देवता की पूजा जरूर करनी चाहिए। वही घर से वास्तु दोष को दूर करने के लिए मुख्य प्रवेश द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह जरूर लगाना चाहिए। यही से सबसे पहले नकारात्मक शक्ति प्रवेश करती हैं। वही घर के मुख्य दरवाजे के दोनों ओर अशोक के पेड़ लगाने से सुख शांति आती हैं इसके अलावा ऐसा करने से वंश की वृद्धि होती हैं।
घोड़े की नाल: घर के प्रवेश द्वार पर घोड़े की नाल लगाने से भी वास्तुदोष्ज्ञ दूर हो जाता हैं। जिस घरों पर गेंदे का पौधा या तुलसी का पौधा लगा हुआ होता है वहां कभी भी किसी तरह का वास्तुदोष उत्पन्न नहीं होता। घर पर बने मंदिर में नियमित रूप से घी का दीपक जलाने से कभी भी नकारात्मक ऊर्जाएं घर के अंदर प्रवेश नहीं करती।
शंख ध्वनि: हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार शंख अत्यंत शुभ व पवित्र माना जाता है। आपने अक्सर देखा होगा, कि कथा पत्रा होने के पश्चात अक्सर पंडित द्वारा शंख बजाय जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार शंख से उत्पन्न होने बाली ध्वनि घर में मौजूद नकरात्मक ऊर्जा को नस्ट करती है। जिससे परिवार में सुख शांति का माहौल बनता है।
झाड़ू का उचित स्थान: घर पर झाडू को हमेशा उचित स्थान पर ही रखें और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कभी भी झाडू को पैर से स्पर्श ना करें। ईशान कोण में कोई भी भारी वस्तु और कचरा न रखें ऐसा करने से धन की हानि हो सकती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार भूलकर भी घर पर उत्तर दिशा में स्टोररूम ना बनाएं।
देव प्रतिमा: अगर घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में है तो मुख्य द्धार पर श्वेतार्क गणपति की प्रतिमा लगानी चाहिए। घर के मंदिर में देवताओं की मूर्तिया या तस्वीरों को आमने-सामने नहीं रखना चाहिए। कमरे में सूखे हुए फूल नहीं रखना चाहिए। सूखे फूल रखने से आपकी किस्मत भी सूखने लगती है। शास्त्रों के अनुसार घर में मौजूद मंदिर में कभी भी गंदगी नहीं होनी चाहिए। नियमित रूप से सफाई घर में सकारात्मक प्रभाव डालती है।
वास्तु यंत्र: घर में वास्तुदोष निवारण यंत्र की स्थापना जरूर करनी चाहिए। घर पर तिजोरी इस स्थान पर रखे की खोलते समय तिजोरी का द्वार पूर्व दिशा की ओर खुले। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि खाने की टेबल चौकोर होना चाहिए न की गोल या ओवल। घर में मौजूद सजाबटी सामानो को यथास्थान रखना चाहिए, घर में जगह जगह विखरा सामान नकरात्मक माहौल उत्पन्न करता है।
पूर्बजों का सम्मान: जिस घर में अपने से बड़ो व पूर्बजों का सम्मान होता है, उस घर में धन बैभव का कभी अभाव नहीं रहता है। इसलिए घर के पूर्वजो को सम्मान रखना चाहिए। घर पर पूर्वजो की तस्वीर हमेशा दक्षिण दिशा में लगानी चाहिए भूलकर भी पूर्व दिशा या मंदिर में न लगाए। घर के मुखिया का शयन कक्ष दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। घर में आइना पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए।
मोर पंख और गंगा जल: हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार अतित पावनी माँ गंगा को सभी कस्टो का निवारण कारी बताया गाय है। इसलिए घर में मौजूद गंगा जल घर में सकारात्मक माहौल लाता है। इसलिए घर में हमेशा मोरपंख और गंगाजल जरूर होना चाहिए। जिस घर में गंगा जल का स्थान नहीं होता, बन्हा नकारात्मक शक्तियां हाबी रहती है।