गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर और पूर्व सांसद अतीक अहमद को उत्तर प्रदेश की प्रयागराज जेल लाया जा रहा है। दरअसल, अतीक और उसका भाई अशरफ वर्ष 2006 में उमेश पाल के अपहरण के केस में आरोपी हैं, जिसमें 28 मार्च को फैसला सुनाया जाएगा। बता दें कि अतीक को लाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की 40 सदस्यीय टीम गई है और उसे सड़क मार्ग के जरिए अहमदाबाद से प्रयागराज लाया जा रहा है।
अतीक पर है उमेश पाल का अपरहरण करने का आरोप
अतीक और उसके भाई ने वर्ष 2006 में उमेश पाल का बंदूक की नोंक पर अपहरण कर लिया था। हालांकि, उमेश को बाद में छोड़ दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने वर्ष 2007 में अतीक और उसके भाई अशरफ के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था।
इस मामले में प्रयागराज की विशेष सांसद और विधायक अदालत 28 मार्च को फैसला सुनाएगी, जिसके लिए सभी आरोपियों को पेश होने का निर्देश दिया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की यात्रा का रूट सार्वजनिक नहीं
सुरक्षा की दृष्टि से उत्तर प्रदेश पुलिस के काफिले का रूट सार्वजनिक नहीं किया गया है। अहमदाबाद और प्रयागराज के बीच करीब 1270 किलोमीटर की दूरी है और यात्रा में 20 घंटों से अधिक का वक्त लग सकता है।
#WATCH | Gujarat: Mafia-turned-politician Atiq Ahmed (in white headgear) steps out of Sabarmati Jail as a team of Prayagraj Police takes him with them.
As per a UP Court's order, the verdict in a kidnapping case will be pronounced on March 28. All accused in the case, including… pic.twitter.com/9kDMGYBFVC
— ANI (@ANI) March 26, 2023
पिछले महीने हो गई थी उमेश पाल की हत्या
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी।उनकी सुरक्षा में लगे दो गनर गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनमें से एक की उसी दिन और दूसरे की 1 मार्च को इलाज के दौरान मौत हो गई थी।घटना के समय उमेश जिला कोर्ट से अपने घर जा रहे थे और इस दौरान कुछ हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं।
अतीक के भाई को भी लाया जा रहा है प्रयागराज
अतीक के अलावा उसके भाई अशरफ को भी बरेली जेल से प्रयागराज जेल लाया जा रहा है। गौरतलब है कि अशरफ भी उमेश पाल अपहरण कांड में आरोपी है और सजा के ऐलान के समय वह भी अतीक अहमद के साथ अदालत में मौजूद रहेगा।
क्या है बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का मामला?
25 जनवरी, 2005 को इलाहाबाद पश्चिम से बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी, जिसका आरोप अतीक अहमद पर लगा था। दरअसल, राजू पाल ने विधानसभा चुनाव में अतीक अहमद के भाई को हराया था। इस मामले में अतीक अहमद मुख्य आरोपी था।इस कांड की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कर रही थी, जिसमें उमेश पाल मुख्य गवाह था। इसी के चलते उमेश पाल की हत्या की गई। अतीक फिलहाल जेल में बंद है।
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश सरकार पर कसा तंज
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अतीक को साबरमती जेल से शिफ्ट किए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर तंज कसा है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्री को पहले ही बता दिया होगा किअतीक अहमद की गाड़ी कहां पलटेगी।अखिलेश ने आगे कहा कि अगर गूगल और अमेरिका की मदद ली जाए तो पता चलेगा कि गाड़ी कहां और कैसे पलटी थी।