
देश में अभी किसान आंदोलन पर विदेशी हस्तियों के हस्तक्षेप को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बीच किसानों ने आज दिन में तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया। इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों में चक्का जाम भी किया। वहीं पंजाब में चक्का जाम के दौरान खालिस्तानी भिंडरावाले का झंड़ा लहराया गया। जिसको लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।
यह घटना पंजाब के लुधियाना की है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस घटना पर कहा कि ‘बात करेंगे। अगर ऐसा हुआ है तो गलत हुआ। जो चीज प्रतिबंधित है वो नहीं लगानी चाहिए।’
इस बीच किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा है कि ‘चक्का जाम’ सफल और शांतिपूर्ण रहा। कर्नाटक और तेलंगाना में कुछ समस्या सामने आई है, कुछ लोगों को हटाया गया है। आने वाले दिनों में आंदोलन को आगे बढ़ाने पर आज बैठक में चर्चा हुई है।’
गौरतलब है कि किसान यूनियनों ने सोमवार को घोषणा की थी प्रदर्शन स्थलों के आसपास के इलाकों में इंटरनेट पर पाबंदी लगाने, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित किये जाने और अन्य मुद्दों को लेकर वह छह फरवरी दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक देशव्यापी चक्का जाम के दौरान विरोधस्वरूप राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्ग अवरुद्ध करेंगे। वहीं अधिकारियों ने बताया था कि पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और यातायात का मार्ग बदलने के लिये सभी प्रबंध कर लिये हैं।