दक्षिण अफ्रीका को बुधवार को दूसरे ट्वंटी-20 मुकाबले में सात विकेट से पराजित करने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टीम के गेंदबाजों की सराहना करते हुए कहा कि हमारे गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और मैच में हमारी वापसी करायी। विराट ने कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी थी और हमारे गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रयास किया तथा मुकाबले में हमारी वापसी करायी। विराट ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 72 रन बनाए और अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी। विराट को उनकी शानदार अर्धशतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ मैच चुना गया।
मुकाबले में एक समय दक्षिण अफ्रीका सुखद स्थिति में था और क्विंटन डी कॉक और तेम्बा बावुमा ने दूसरे विकेट के लिए 57 रनों की मजबूत साझेदारी की। लेकिन नवदीप सैनी ने डी कॉक को विराट के हाथों कैच कराकर आउट किया और इस साझेदारी को तोड़ दिया, जिससे भारत की मैच में वापसी आसान हो गयी। कप्तान ने मैच के बाद टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों के लिए कहा, “यह खिलाड़ी विभिन्न परिस्थितियों में जितना अपने खेल को निखारेंगे उनके लिए भविष्य में चीजें काफी आसान हो जाएंगी। हमारे लिए यह एक सकारात्मक संकेत है और उनके पास अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए कई मुकाबले हैं। वे सही दिशा में जा रहे हैं।”
वही इस बीच बताते चले विराट कोहली के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा टी-20 काफी यादगार साबित हुआ। उनके नेतृत्व में भारत ने अपने घरेलू सत्र की शुरुआत जीत के साथ की जबकि व्यक्तिगत रूप से भी कोहली के नाम इस मैच में कुछ शानदार रिकॉर्ड दर्ज हुए। इस मैच में कोहली ने कप्तानी और बल्ले से जौहर दिखाने के अलावा फील्डिंग में भी शानदार कैच लपका है। इतना ही नहीं इस मैच में इसके अलावा भी दो और कैच लिए गए जिसमें से एक डेविड मिलर और एक रविंद्र जडेजा का था।
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विराट कोहली का कैच
जडेजा ने खुद टीम इंडिया के कोच श्रीधरन के साथ मोहाली टी-20 के तीन कैच में विराट के कैच को सबसे मुश्किल कैच के तौर पर शामिल किया है। दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ियों में शुमार विराट कोहली ने अपने दक्षिण अफ्रीकी समकक्ष यानी प्रोटियाज कप्तान क्विंटन डी कॉक का शानदार कैच पकड़ा। यह वाकया मैच के दौरान 12वें ओवर का है जब नवदीप सैनी गेंदबाजी कर रहे थे और डिकॉक अपना अर्धशतक लगा चुके थे। तेज स्ट्राइक रेट के साथ बैटिंग कर रहे डिकॉक को आउट करना तब टीम इंडिया के लिए जरूरी था। तभी सैनी की गेंद पर विराट कोहली ने शानदार फील्डिंग का नमूना पेश करते हुए मिड ऑफ से दौड़ लगाते हुए एक बेहतरीन कैच पकड़कर भारतीय खेमे में राहत पहुंचा दी। डिकॉक 37 गेंदों पर 52 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने अपनी पारी में कुल 8 चौके जड़े। जडेजा का मानना है कि बैकवर्ड कैच करना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि फील्डर को पता नहीं होता है कि गेंद कितने एरिया में ट्रेवल कर रही है।
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डेविड मिलर का कैच
जडेजा ने मिलर के कैच को भी लाइट्स के बीच लिया एक मुश्किल कैच बताया है। यह भी अजीब इत्तेफाक रहा कि भारत की पारी के भी 12वें ओवर में ही डेविड मिलर ने एक शानदार कैच लपका, जो चर्चाओं के लायक था। यह कैच शिखर धवन का था जो डेविड मिलर द्वारा सीमारेखा पर लपका गया। मिलर ने डाइव लगाते हुए शिखर धवन का बेहतरीन कैच लपका। 40 रन बनाकर खेल रहे शिखर धवन ने कदम बाहर निकालते हुए तबरेज शम्सी की गेंद पर गेंदबाज के सिर के ऊपर से शॉट खेला। यह गेंद हवा में लंबी दूरी तय करते हुए बाउंड्री के पास गई जहां पर डेविड मिलर ने छलांग मारते हुए शिखर को पवेलियन जाने पर मजबूर कर दिया। शिखर धवन ने 31 गेंदों की पारी में 4 चौकों और 1 छक्के के साथ विश्व कप के बाद अपनी वापसी वाली पारी खेली।
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— BCCI (@BCCI) September 19, 2019
रविंद्र जडेजा का अपनी गेंद पर लिया गया कैच
बता दे इस मैच में तीसरा शानदार कैच रविंद्र जडेजा ने लिया जो उन्होंने अफ्रीकी उपकप्तान वैन दर दुसें का लिया। उन्होंने अपनी ही गेंद पर दाई और जाकर यह शानदार कैच लिया। जब जडेजा से कोच श्रीधरन ने पूछा कि वे मुश्किल कैचों को इतना आसान कैसे बना देते हैं तो जडेजा ने बताया कि वे फील्डिंग के दौरान बल्लेबाज के माइंडसेट पर अपना ध्यान लगाते हैं कि कौन बल्लेबाज खेल रहा है और वह किस तरह का शॉट लगा सकता है। साथ ही यह भी कि गेंद फील्डिंग करते हुए उनके पास किस तरह से आ सकती है। जडेजा ने कहा, ‘मैं इन छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान केंद्रित करके अपने लिए सेकेंड का कुछ हिस्सा अतिरिक्त हासिल कर लेता हूं। मुझे डाइव मारने की जरूरत नहीं पड़ती है। आमतौर पर मैं गेंद तक अपनी रेंज से ही पहुंच जाते हैं।’ जडेजा ने बताया कि वे गेंद को पहले से ही देखने की तकनीक पर भी काम करते हैं।