एसपी सिटी व एडीएम सिटी का वीडियो वायरल, बचाव में आए एडीजी मेरठ जोन

मेरठ  । नागरिकता संशोधन कानून एक्ट (सीएए) के विरोध में 20 दिसम्बर को मुस्लिम समुदाय के बवाल के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं। 27 दिसम्बर को जुमे की नमाज शांतिपूर्वक बीतने के बाद मेरठ के एसपी सिटी व एडीएम सिटी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें काली पट्टी बांधने वालों को पाकिस्तान जाने को कह रहे हैं। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने एसपी सिटी का बचाव करते हुए एक सप्ताह बाद ऐसा वीडियो वायरल होने को एक साजिश बताया है।

20 दिसम्बर को जुमे की नमाज के बाद मेरठ शहर में आठ स्थानों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली पट्टी बांधकर जमकर बवाल किया था। पुलिस पर जमकर पथराव और फायरिंग की गई। इस्लामाबाद पुलिस चौकी को बलवाईयों ने आग लगा दी थी। इस दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए। इस बवाल के एक सप्ताह बाद मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह और एडीएम सिटी अजय तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में काली पट्टी बांधकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को एसपी सिटी पाकिस्तान जाने की सलाह दे रहे हैं। यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस मामले के तूल पकड़ने पर मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने एसपी सिटी का बचाव किया।

एडीजी का कहना है कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। स्थिति सामान्य होने पर निश्चित तौर पर शब्दों का चयन थोड़ा बेहतर होता। यह वीडियो एक साजिश के तहत वायरल किया गया है। पुलिस ने बवाल के दौरान कोई फायरिंग नहीं की। अधिकारियों ने पूरे संयम के साथ बवाल पर काबू पाया था। इस मामले में एडीएम सिटी अजय तिवारी का कहना है कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने पर कुछ बवालियों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी गई थी। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है। जबकि एसपी सिटी का कहना है कि जब कुछ लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे तो मैंने कह दिया कि पत्थर फेंक रहे हो तो पाकिस्तान चले जाओ।