महाराष्ट्र में में लगातार हो रही बरसात से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है।महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली सबसे ज्यादा प्रभावित है। भारतीय सेना के साथ ही नौसेना, तटरक्षक दल समेत राष्ट्रीय आपदा प्रबंधक टीम की ओर से बचाव व मदद कार्य जोरों से चलाया जा रहा है। भारतीय सेना के जवानों ने जान की बाजी लगाकर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। सेना के विमान व हेलीकॉप्टर्स की मदद से 2.5 लाख नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सका है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत कार्य के साथ ही ईंधन आपूर्ति के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। इस बीच, अलमट्टी बांध से 5 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी, कोयना बांध से 53,882 क्यूसेक और राधानगरी बांध से 4256 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक बच्ची सेना के एक जवान से हाथ मिलाकर कहती है कि आप बहुत अच्छा काम करते हो। न्यूज एजेंसी ने ये 11 सेकंड की वीडियो जारी की है. वीडियो में बच्ची वर्दी पहने सेना के जवान से हाथ मिलाती है और कहती है कि ‘आप बहुत अच्छा काम करते हो.’ जवाब में जवान बच्ची को धन्यवाद देता है। सोशल मीडिया पर वायरल इस विडियो को देखने के बाद लोग इस इस बच्ची की जमकर तारीफ कर रहे है।
#WATCH A child salutes an Army personnel and tells him "aap bahut accha kaam karte ho", during rescue operations in flood-hit Gaonbagh. #Maharashtra (Source- Defence PRO) pic.twitter.com/ym1RX7TKjA
— ANI (@ANI) August 11, 2019
खराब मौसम के बावजूद सेना डटी रही
तेज बारिश व खराब मौसम के बावजूद कोल्हापुर व सांगली की बाढ़ आपदा के लिए नौसेना, वायूसेना व कोस्ट गार्ड के पायलटों ने जान की परवाह न करते हुए हेलिकॉप्टर्स व विमानों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में मदद की। बुधवार से ही वायु सेना व नौसना के 11 विमान व हेलिकॉप्टर भेजे गए थे। गुरुवार को भी 14 विमान व हेलिकॉप्टर कोल्हापुर में रवाना किए गए थे, जबकि शुक्रवार को भी 16 विमानों व हेलिकॉप्टर की मदद से राहत व बचाव कार्य पूरा किया गया। कोल्हापुर, कराड, सातारा व सांगली के साथ ही गोवा, हुबली, मुंबई, पुणे, भटिंडा, भुवनेश्वर, विशाखापट्टनम से भी हेलिकॉप्टर व विमानों की विभिन्न टीमों को भेजा गया था। मुंबई के कालीना व लॉयन गेट से सांगली की बाढ़ से 12 टीमों को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए राहत कार्य के लिए भेजा गया था। जिला प्रशासन, महाराष्ट्र पुलिस विभाग, एनडीआरएफ, महाराष्ट्र सुरक्षा दल ने भी बाढ़ में राहत व बचाव कार्य में सहयोग किया।