रांची में नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन, पुलिस पर पत्थरबाजी, शहर में लगा कर्फ्यू

पैगंबर पर विवादित टिप्पणी को लेकर रांची में शुक्रवार को नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पथराव और आगजनी किया। हालात संभालने पहुंची पुलिस पर भी पत्थर फेंके गए। कई पुलिस अफसर घायल हुए हैं। भीड़ को संभालने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने महावीर मंदिर पर पत्थरबाजी की। इस घटना के बाद हिंदू संगठन भी सड़कों पर उतर आए हैं। तनाव बढ़ने के बाद भारी तादाद में पुलिस और सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। रांची शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

जान बचाने के खातिर महावीर मंदिर में छिपे लोग

महावीर मंदिर पर पत्थरबाजी के दौरान जान बचाने के लिए लोग मंदिर में छिप गए। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे। हवाई फायरिंग भी की। भीड़ ने विधायक अमित यादव के गाड़ी के कांच फोड़ दिए। मुस्लिम संगठन शुक्रवार को BJP से निष्कासित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान का विरोध कर रहे थे। विरोध में सुबह से ही डेली मार्केट की 3000 से ज्यादा दुकानें बंद रहीं। जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर गए। पुलिस ने उन्हें रोका तो भीड़ उग्र हो गई और इनकी पुलिस से भिड़ंत हो गई। उर्दू लाइब्रेरी और महावीर मंदिर के पास प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी।

पुलिसकर्मी ने मांगी मदद

एक पुलिसकर्मी सीनियर अधिकारी से फोन पर बात करते हुए कहता है, ‘देखिए-देखिए पत्थर चल रहा है। सर पत्थर चल रहा है, हमको कमर पर लगा है। मेरा मोबाइल टूट गया। जल्दी से फोर्स भेज दीजिए। सर पत्थर चल रहा है।’

हमले की ड्रोन से की जा रही निगरानी

रांची DIG अनीश गुप्ता ने मोर्चा संभाला। आंसू गैस के लगातार गोले दागे गए। बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती मेन रोड में कर दी गई है। मुख्य बाजार की लगभग 5 हजार से ज्यादा दुकानें बंद हो गई हैं। जुमे की नमाज के मद्देनजर इलाके में आधा दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। रैपिड एक्शन फोर्स व इको कंपनी की भी तैनाती की गई थी, लेकिन ये सभी कम पड़ गई।

बैठक में बनाई गई थी रणनीति

गुरुवार को न्यू डेली मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन की बैठक हुई थी। बैठक में प्रदर्शन की पूरी रणनीति बन गई थी। बैठक में सभी दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया था। इसके साथ ही जुम्मे की नमाज के बाद प्रदर्शन का भी फैसला इसी बैठक में लिया गया था।

हिंसा ना करने की दे रहे थे संदेश

मुस्लिम समुदाय का प्रबुद्ध वर्ग सुबह से हिंसा नहीं करने की अपील कर रहा था। वे सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को शांति से प्रदर्शन करने की अपील कर रहे थे। किन्हीं के अपील का कोई असर नहीं हुआ। इस प्रदर्शन में बच्चे से बुजुर्ग लोग शामिल थे।

हिंसा के चलते शहर में कई जगह ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। मेन रोड और डोरंडा में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। हालांकि, सर्जना चौक और डेली मार्केट में सुबह से ही गाड़ियों को रोक दिया गया था।

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