
कानपुर. पिछले सप्ताह तेज बारिश के बाद अब धूप छांव की आंख मिचौली के बीच फुहारों का दौर जारी है। तीन दिनों बाद इसका स्वरूप तेज बारिश के रूप में बदल सकता है। दरअसल तेज बारिश के बाद अचानक मानसून की टर्फ लाइन मध्यप्रदेश की ओर खिसक गई, इससे बीते चार-पांच दिनों से यूपी में बारिश सुस्त पड़ गई। हालांकि कानपुर और कानपुर देहात समेत बुंदेलखंड के जिलों में धूप-छांव के साथ बूंदाबांदी से राहत बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुमान में तीन से चार दिन बाद तेज बारिश की संभावना है। हवा सामान्य से तेज चलेगी साथ ही वातावरण में आर्द्रता बढ़ेगी। मगर इससे पहले उमस का सामना करना पड़ सकता हैं। वहीं कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी भी होगी।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया की निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर होकर उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। इसी जगह पर एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना हुआ है। मानसून की रेखा उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बने हुए नंदगांव के क्षेत्र के मध्य से गुजर रही है। यह वाराणसी, पटना होते हुए त्रिपुरा की तरफ जा रही है। एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के उत्तर में बना हुआ है। यह समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक है।
उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा उससे सटे हुए पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। उत्तराखंड, बिहार के कुछ भागों, पश्चिम बंगाल, झारखंड, कर्नाटक, कोकण तथा गोवा, सिक्किम, असम, मेघालय तथा अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, विदर्भ, केरल, दक्षिणी गुजरात और उड़ीसा के कुछ भागों में हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक के आंतरिक भागों, तमिलनाडु में, बचे हुए उत्तर पूर्वी भारत, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और लक्ष्यदीप में संभव है।