बसंत पंचमी के दिन दान पुण्य और पीले कपड़े पहनने का क्या है महत्त्व ?

हर साल माघ के शुक्ल पक्ष की पंचमी या पांचवी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही खुशी, उल्लास और प्रेम के साथ मनाया जाता है. मन जाता है की इस दिन ही देवी सरस्वती प्रकट हुई थीं। इस बार ये त्योहार आज यानि के 14 फरवरी को मनाया जा रहा है।

इस दिन पीले रंग के कपडे पहनने और दान पुण्य करने का विशेष महत्व है।पर आखिर पीले कपड़े ही क्यों पहनते है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता सरस्वती को पीला रंग अत्यधिक प्रिय है। इसके अलावा बसंत पंचमी के अवसर पर चारों तरफ सरसों के पीले फूल से धरती ढकी होती है, इसके साथ पीला रंग , समृद्धि और खुशी का प्रतीक भी माना जाता है. जैसे सावन में सब हरा हरा दिखता है, बसंत आते ही ठंड कम होने लगती है, फूलों में नए रंग और पेड़ों में नई पत्तियां नजर आती हैं। और हर जगह पीला रंग नजर आता है. यही वजह से लोग इस रंग को शुभ मानते है और दिन पीले रंग के कपड़े भी पहनते हैं इस दिन लोग पीले रंग की चीज़े जैसे की केला, दाल, पीले फूल, पीले कपडे , शिक्षा से जुड़ी चीजों का दान करते है माँ सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है और इसलिए स्कूलों और शिक्षा के स्थानों पर भी माँ सरस्वती की पूजा वंदना की जाती है।

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