पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 2 चरणों में संपन्न होने वाले निकाय चुनाव स्थगित कर दिया है। आयोग के इस निर्णय से प्रथम चरण वाले 156 और द्वितीय चरण के 68 नगर निकायों का चुनाव प्रभावित हुआ है। इसके साथ चुनाव लड़ रहे 27 हजार से अधिक प्रत्याशियों और उनके लाखों समर्थकों की बेचैनियां भी बढ़ गयी है। साथ ही हर किसी की जुबां पर बस एक ही सवाल है कि अब आगे कब नगर निकाय चुनाव होंगे।
इसके पीछे कि वजह यह है कि चुनाव लड़ रहे 27 हजार से अधिक प्रत्याशी और लाखों समर्थकों के बीच बेचैनियां बढ़ी हुयी है। प्रत्याशियों की बेचैनी की वजह यह है कि वे अबतक लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर चुके हैं। चुनाव अगर लंबे समय के लिए टलता है तो नये सिरे से तैयारी भी करनी होगी। क्योंकि तब चुनावी समीकरण और गणित भी बदल सकता है।
डेढ़ करोड़ वोटरों की बढ़ी है उत्सुकता: बिहार में 3 चरणों में 248 नगर निकायों में चुनाव होना है। इनमें 1.5 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। कुल 19 नगर निगम, 88 नगर परिषद और 154 नगर पंचायत भी शामिल हैं। इसमें 8 नगर परिषद, 113 नगर नगर पंचायत नवगठित भी किए गए हैं। जबकि 7 नगर निगम, 36 नगर परिषद उत्क्रमित किये गए हैं। वहीं, एक नगर निगम और 11 नगर परिषद का सीमा विस्तार भी किया गया है।