
भास्कर समाचार सेवा मुरादनगर । गांव पुर्सी में आठ वर्षो से हत्या के मामले में गवाह लापता हो गया था। पुलिस वर्षो से उसे जिंदा नहीं खोज सकी है नहीं उसका शव बरामद कर सकी है। उसकी पत्नी लापता व्यक्ति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए आठ वर्षो से पुलिस अधिकारियो के चक्कर काट रही है। इतना ही नहीं बहन के बेटे की हत्या का भी आज तक पर्दाफाश नहीं हो सका। पीड़िता एक बार फिर थाने पहुंची और मामले में कार्रवाई की मांग की। बता दें कि गांव पुर पुर्सी निवासी राजी जो वेल्डिंग का काम करते थे। करीब आठ वर्ष पूर्व अचानक लापता हो गए। राजी ब्रिज विहार कालोनी के साली के बेटे अमजद की हत्या के मामले में मुख्य गवाह था। गवाही से पहले ही 2015 में वे अचानक लापता हो गए। उनके लापता होने के छह माह बाद पीड़िता का बेटे फुरकान का शव जंगल में पड़ा मिला। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। लेकिन आज तक फुरकान की हत्या का पर्दाफाश नहीं हो सका। पुलिस ने मामले में अंतिम रिपोर्ट लगाकर कोर्ट भेज दी। राजी की पत्नी नगीना ने बताया कि वह पति की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए सैकड़ों बार मुराद नगर थाने में अधिकारियों से मिली। लेकिन अभी तक गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी है। जबकि उनके पति हत्या जैसे गंभीर मामले में गवाह थे। जो लोग गवाह थे। उनकी भूमिका पर भी कई बार सवाल उठाए गए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। पीड़िता ने बताया कि जिले में कमिश्नरेट सिस्टम लागू हो चुका है। कई बार मुराद नगर थाने में अधिकारियों से गुहार लगाई है। इसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों से मिलकर आपबीती सुनाई जाएगी। इस बारे में एसीपी निमिष पाटिल का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि मुरादनगर थाने में इस तरह की कोई शिकायत आई है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई कराई जाएगी।