निराश्रित गौवंश संरक्षण में गंभीरता से कार्य करें: जिलाधिकारी

भास्कर समाचार सेवा

मेरठ। उप्र सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल निराश्रित/बेसहारा गोवंश संरक्षण के दृष्टिगत जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्याकन एवं समीक्षा समिति की बैठक जिलाधिकारी के बालाजी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में सरकार के 100 दिवसीय निराश्रित/बेसहारा गौवंश संरक्षण कार्यक्रम योजनान्तर्गत जनपद के समस्त स्थानीय निकाय द्वारा सघन अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों को गोआश्रय स्थलों मे संरक्षित किया जाना, जिसमें जनपद में प्रतिदिन 10 निराश्रित गौवंश को संरक्षित किया जाए। प्रत्येक विकास खंड में एक वृहद गोसंरक्षण केन्द्र की स्थापना एवं प्रत्येक नगर निकाय में एक कान्हा गोशाला की स्थापना हेतु स्थान चयन के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री गोवंश सहभागिता योजना अन्तर्गत जनपद के गौवंश सुपुर्दगी लक्ष्य 851 की पूर्ति हेतु सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं अधिशासी अधिकारियों को समीक्षा कर शीघ्र लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। पोषण मिशन योजनान्तर्गत कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को गौआश्रय स्थलों से दुधारू गौवंश उपलब्ध कराए जाए। ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत जनपद में क्रियाशील सभी अस्थायी/स्थायी गौआश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंश हेतु शेड, छायादार वृक्ष, पीने हेतु स्वच्छ पानी की व्यवस्था, भूसा, हराचारा, दाना आदि की उचित व्यवस्था की जाए। गेंहू की फसल कटाई के दृष्टिगत सभी गौआश्रय स्थलों दान स्वरूप भूसा प्राप्त कर भूसा बैंक स्थापित किए जाए। बैठक के अन्त में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले निराश्रित गौवंश संरक्षण में गंभीरता से कार्य करें। बैठक में ये अधिकारीगण रहें मौजूद इस अवसर पर सीडीओ शंशाक चौधरी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. अनिल कंसल, पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी, नगर निगम, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी, समस्त उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी व पशु चिकित्साधिकारी आदि उपस्थित रहें।

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