नवरात्रि के आखिरी दिन की गई माँ सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना

  • मंदिरों पर सुबह से ही उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
  • घर घर जिमाये गए कन्या लांगुरा
  • मूढ़े वाली माता व कुलंजरी मैया पर लगा विशाल मेला
  • पंचमुखी हनुमान बाबा मंदिर पर मनाया गया प्रभु श्रीराम का जन्म उत्सव

संदीप पुंढीर/दैनिक भास्कर
हाथरस। पूरे देश में नवदुर्गा महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि में मां दुर्गा के भक्तों के द्वारा नो दिनों तक घरों से लेकर मंदिर तक पूरी श्रद्धा भाव से व्रत रख देवी मां के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवदुर्गा का नवा दिन माता सिद्धदात्री का माना जाता है और भक्तो के द्वारा उनकी पूजा की जाती है। जनपद के मंदिरों में श्रद्धालुओं के द्वारा दुर्गा के नवे रूप मा सिद्धदात्री की पूरी श्रद्धा से सुबह से ही पूजा अर्चना की गई। कुछ भक्तों के द्वारा अष्टमी पूजन के बाद कन्या लांगुरा कर दिए जाते हैं वहीं ज्यादातर भक्तों के द्वारा नव दुर्गा के आखिरी दिन नवमी का पूजन कर कन्या लांगुरा जिमाये जाते हैं। आज नवरात्रि के आखिरी दिन देवी भक्तों के द्वारा पूरी श्रद्धा भाव से कन्याओं और लांगुरा बलवीर के रूपों का पूजन कर उन्हें भोजन कराया गया। इसी के साथ आज से नवदुर्गा महोत्सव का और श्रद्धालुओं के व्रत का समापन हो गया।
इधर सिकंदराराव तहसील क्षेत्र में भी मां की पूजा अर्चना तथा धार्मिक कार्यक्रम किए गए। सिकंदराराव की कुलदेवी सिद्ध पीठ पथवारी माता व चामुंडा माता, गौरी शंकर हिन्दू इंटर कॉलेज शिवालय स्थित काली माता, पीपल वाली माता, केला करोली माता, संतोषी माता मंदिर पर नवरात्रों की अनुपम छटा देखने को मिली। मां ब्रजेश्वरी पथवारी मंदिर पर पुजारी जगदीश कश्यप, महेश शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा, बीरो लाला, चेतन शर्मा, विश्वदीप वर्मा, मोहित यादव, राजू यादव, अरुण गोला आदि भक्तों ने वैदिक मंत्रोचार दुर्गा मंत्रों के द्वारा कन्या लांगुरौ का विधि विधान से अर्चना मंगलाचरण करके व चरण धोकर चुनरी उड़ाकर फलाहार एवं स्वल्पाहार कराकर जिमाया गया। माता रानी की सौगात में भेंट स्वरूप स्कूल बैग, टिफिन, कॉपी पेंसिल एवं दक्षिणा देकर कन्या लांगुरिया का सम्मान किया गया।
वहीं तहसील क्षेत्र के गांव मूढा नौजरपुर में मूढ़े वाली माता पर तथा जनपद के बॉर्डर पर स्थित गांव बमनोई व धोराई के पास कुलंजारी माता धाम पर विशाल मेला लगाया गया। यहां आस पास के क्षेत्र के साथ साथ बहुत दूर दूर तक के लोग मेला देखने को आतें हैं। जिसमें मुख्य रूप से माता मूढ़े वाली पर लोग नारियल गोला सामिग्री घी आदि चढ़ाकर माता की पूजा करते हैं और मन्नतें मांगते हैं। तथा कुलंजरी माता धाम पर लोग टैक्टर, बुग्गी, ई रिक्शा आदि वाहनों से व बहुत से लोग पदयात्रा करते हुए मां के दर्शन करने आते हैं। यहां आने वाले लोगों की मन्नतें पूरी होती है ऐसा लोगों का विश्वास है। माता मूढ़े वाली पर मेले में काली की शोभायात्रा निकाली गई जिसमें काली अपने करतब दिखाते हुए गांव में घूमते हुए मेला में मूढ़े वाली माता के मंदिर तक पहुंचने पर लोगों ने मां काली का स्वागत किया। माता मूढ़े वाली तथा कुलंजरी मैया मेले में महिलाओं-बच्चों के अलावा भारी संख्या में पुरूष भी थे। लोग चाट पकौड़ी जलेबी आदि भी खूब खरीदते नजर आए। इधर माता मूढ़े वाली पर रात्रि को नौटंकी का भी आयोजन किया गया है। वैसे तो यह मेला वर्षों से लगातार लगता आ रहे हैं, मगर गत दो वर्षों से कोरोना के कारण यह मेले नहीं लग पाये थे लेकिन अब हालात सामान्य होने पर विशाल मेले लगाए गए हैं।
इधर सिकंदराराव नगर में पंचमुखी हनुमान बाबा के मंदिर नौरंगाबाद पश्चिमी मैं श्रीराम नवमी जयंती के शुभ अवसर पर प्रभु श्रीराम का जन्म उत्सव मनाया गया। पंडित विनय शर्मा ने मंत्र उच्चारण के द्वारा प्रभु श्रीराम का जन्म उत्सव कराया। जन्म उत्सव के बाद महिलाओं के द्वारा बधाइयां गाई गई और प्रसाद वितरण किया गया। जन्मोत्सव में विजय भारत कुलश्रेष्ठ, मुकुल गुप्ता सभासद, नीरज वैश्य, राजू सूफी, भगबान दास माहौर, दीपेश बाल्मीकि, बादल वार्ष्णेय, मानव कुलश्रेष्ठ, सृजल कुलश्रेष्ठ, सिद्धार्थ, कृष्णम गुप्ता, श्रेय गुप्ता, डॉली माहेश्वरी, राधा गुप्ता, यशोदा वार्ष्णेय, वीना कुलश्रेष्ठ, सुमन चौहान, वंदना कुलश्रेष्ठ, आदि लोग उपस्थित रहे।
वहीं नगर में बालाजी फिलिंग स्टेशन पर हलवा, चना का वितरण किया गया। और घर – घर कन्या लांगुरा जिमाए गए।

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