यूपी – टीएसयू के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग ने की अनोखी पहल

महिलाओं को स्वस्थ रखने के लिए “कोछ प्रथा” के संग परिवार नियोजन की हुयी शुरुआत

प्रदेश में मटेरा सीएचसी का किया गया चयन

सफल होने पर पूरे प्रदेश में लागू  होगी “कोछ प्रथा”

चित्र परिचय: 006- मटेरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोछ प्रथा के तहत परिवार नियोजन साधन की जानकारी लेती महिलाएं।

बहराइच l समाज में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार शुभ कार्य करने का प्रचलन बहुत पुराना है। इन्ही मान्यताओं में एक “कोछ प्रथा” भी है। इसमें विवाह के उपरांत लड़की का एक घर से दूसरे घर जाते समय घर के बड़े सदस्य “कोछ प्रथा” निभाते हुये चावल, हल्दी और कुछ पैसे शुभ शगुन के तौर पर डालते हैं । जिससे आगे की जीवन यात्रा बिना संकट के पूर्ण हो। इसी प्रथा से जोड़ते हुये अस्पताल से घर जाते समय प्रसूता महिलाओं के आँचल में परिवार नियोजन के साधन और जानकारी वाले पम्पलेट डाल कर “कोछ प्रथा” की रश्म निभायी गयी। ताकि आने वाले समय में वह अपने परिवार के साथ स्वस्थ और खुशहाल रह सके। इसकी अनूठी पहल रिसिया ब्लाक के मटेरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से शुरू की गयी।


“कोछ प्रथा” निभाने के लिए मटेरा पीएचसी के पीएनसी वार्ड में एक कॉर्नर बनाया गया है। जहां पोस्टर पम्पलेट के साथ परिवार नियोजन की सामाग्री रखी गयी है। प्रसव के बाद घर जाने वाली प्रसूताओं को स्टाफ नर्स सम्मान सहित कोछ प्रथा निभाती हैं । जिसमें महिला को अपनी पसंद का परिवार नियोजन साधन चुनाव करने में मदद करने के साथ-साथ उन्हे परिवार नियोजन के साधन और जानकारी वाला पम्पलेट भी देती हैं।


अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं  परिवार नियोजन नोडल अधिकारी डॉ योगिता जैन ने बताया कि महिला के जीवन काल में गर्भावस्था , प्रसव के समय तथा प्रसव के बाद का समय स्वास्थ्य के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण होता है । इस अवधि में उनकी सही समय पर की गयी देखभाल और आवश्यक जानकारी देकर उन्हे स्वस्थ रहने में मदद की जा सकती है । उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई ( यूपी-टीएसयू ) द्वारा प्रयोग के तौर पर किए गए इस अनूठी पहल से महिलाओं को दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतर रखने और जिन महिलाओं को आगे बच्चे नहीं चाहिए उन्हे परिवार नियोजन के स्थायी साधनों की जानकारी सही समय से मिल सकेगी। किए गए इस प्रयास से गर्भपात सहित दूसरी जटिलताओं से महिलाओं को निजात दिलाने में मदद मिल सकेगी।


सही समय पर मिला साधन तो तो जिंदगी हुयी आसान – 
तीसरी बार प्रसव कराने आयी रिसिया ब्लाक के बुल बुल नेवास की रहने वाली 29 वर्षीय प्रसूता की “कोछ प्रथा” प्रसव के बाद लगने वाली कापर- टी से हुयी ।  प्रसूता के पति इब्राहीम ने बताया सही समय पर परिवार नियोजन का साधन मिल जाने से कई झंझटों से निजात मिल गयी ।