इस वजह से AMU में कश्मीरी स्टूडेंट आज नहीं मनाएंगे सर सैयद डे

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) आज अपने संस्थापक सर सैयद अहमद खान की 102वीं जयंती मना रहा है, लेकिन इस खुशी में एएमयू में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र शामिल नहीं हो रहे हैं. इसके पीछे अनुच्छेद 370 को वजह बताया जा रहा है.

पिछले कुछ समय से लगातार एएमयू में कश्मीरी छात्रों का अनुच्छेद 370 हटाए जाने से गुस्सा सामने आ रहा है. अब कश्मीरी छात्रों ने एक बड़ा फैसला लेते हुए यूनिवर्सिटी के सबसे बड़े दिवस को नहीं मनाने का फैसला किया है. इन छात्रों का कहना है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में लगी पाबंदियों की वजह से जिस तरह से उनके घरवालों की जिंदगी मुश्किल से घिरी है. उसे देखते हुए वो सर सैयद डे का जश्न कैसे मना सकते हैं.

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष और कश्मीरी छात्र नेता सज्जाद सुब्हान राथर ने कहा कि सर सैयद डे खुशी का दिन होता है. यूनिवर्सिटी संस्थापक ने मुसलमानों को शिक्षित करने के लिए बहुत बड़ा बेड़ा उठाया था. लेकिन बात अगर कश्मीर की करें तो पिछले करीब 72 दिनों से हालात बद से बदतर हो गए हैं. संचार व्यवस्था पूरे तरीके से ठप्प कर दी गई. वहां लोगों को घरों में कैद कर दिया गया. हमारे पास पैसे नहीं है. परिजनों के जरिए मिलने वाली आर्थिक मदद भी नहीं मिल पा रही है.

वहीं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों के जरिए एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खान का जन्मदिवस सर सैयद डे नहीं मनाने के फैसले पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा है कि छात्रों का ये निर्णय अफसोसजनक है. जनसंपर्क विभाग के सहायक सलाहकार राहत अबरार ने कहा कि आपस में मतभेद हो सकते हैं. मगर सर सैयद अहमद खान को लेकर यूनिवर्सिटी का एक-एक बच्चा सभी चीजें और बातें भूलकर उन्हें नमन करता है, उन्हें याद करता है. इसलिए छात्रों को उनका सम्मान करना चाहिए.

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