नगरोटा मुठभेड़: पाकिस्तानी हैंडलर्स के लगातार संपर्क में थे मारे गए चारों आतंकवादी- रिपोर्ट

जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर गुरुवार को नगरोटा के पास बान टोल प्लाजा पर सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के चारों आतंकवादियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।

आतंकियों के पास मिलने सबूतों के आधार पर सामने आया है कि चारों आतंकवादी लगातार पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे और किसी बड़े हमले की योजना के तहत घुसपैठ के जरिए भारत में दाखिल हुए थे। सुरक्षा एजेंसियां अब हैंडलर्स का पता लगाने में जुटी है। नगरोटा में गुरूवार सुबह हुई थी मुठभेड़, जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित थे आतंकी

नगरोटा में गुरूवार सुबह 5 बजे सुरक्षा बलों ने एक ट्रक में छिपे चार आतंकियों को ढेर कर दिया था।

बान टोल प्लाजा पर जांच के दौरान आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग की थी, जिसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ में जवानों ने चारों आतंकियों को मार गिराया था।

पुलिस अधिकारियों ने सभी आतंकियों के जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े होने की बात कही थी और वे बुधवार शाम को सांबा सेक्टर में घुसपैठ कर भारत में दाखिल हुए थे।बैठक

घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ली थी उच्च स्तरीय बैठक

घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर (NSA) अजित डोभाल और विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी।

इसके बाद सामने आया था कि आतंकी 26/11 मुंबई आतंकी हमले की बरसी पर किसी बहुत बड़े हमले की फिराक में थे।

प्रधानमंत्री ने बैठक के बाद कहा था कि सुरक्षा बलों ने आतंकियों का ढेर कर उनके तबाही मचाने के मंसूबों को नाकाम कर दिया। जानकारी

प्रधानमंत्री ने की थी सुरक्षा बलों की प्रशंसा

प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट कर कहा था कि सुरक्षा बलों ने एक बार फिर अत्यंत बहादुरी और पेशेवर नजरिया दिखाया। अपनी सतर्कता के कारण ही वह जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक अभ्यास को निशाना बनाने की कुटिल योजनाओं को नाकाम करने में कामयाब रहे हैं।

पुलिस को आतंकवादियों के पास मिला डिजिटल मोबाइल रेडियो

मीडिया  रिपोर्ट  के अनुसार पुलिस को मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तानी कंपनी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स और क्यूमोबाइल स्मार्टफोन द्वारा निर्मित एक डिजिटल मोबाइल रेडियो मिला है।

इसी जांच में कुछ संदेश भी सामने आए हैं। संदेशों में कहा गया है कि कहां तक पहुंचे? क्या हाल है और कोई मुश्किल तो नहीं आ रही है? एक संदेश में 2 बजे लिखा गया है। इससे कयास लगाया जा रहा है कि आतंकियों ने दो बजे घुसपैठ की थी।

जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन कमांडरों के संपर्क में थे आतंकी

पुलिस के अनुसार संदेशों की जांच से अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरों आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन कमांडर मुफ्ती रऊफ असगर और कारी जार के साथ बातचीत कर रहे थे और घाटी में कहर बरपाना चाह रहे थे। रेडियों संदेशों की जांच जारी है।तलाश

गाइड के जरिए हाईवे तक पहुंचे थे आतंकवादी

पुलिस ने बताया कि चोरों आतंकवादी घुसपैठ के बाद किसी लोकल गाइड के जरिए जम्मू-श्रीनगर हाईवे तक पहुंचे थे। यहां से वो ट्रक में सवार हुए। ऐसे में अब देश की सभी सुरक्षा एजेंसियां गाइड की तलाश में जुट गई है।

जानकारी मिली है कि मोबाइल इन आतंकियों को घुसपैठ करने से कुछ समय पहले ही सौंपे गए थे। इसी तरह आतंकवादी जिस ट्रक में सवार हुए थे वह गुरुवार सुबह 03:45 बजे सरोर टोल प्लाजा से गुजरा था।

भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को किया तलब

मामले में भारत ने सख्ती दिखाते हुए पाकिस्तान के समक्ष अपनी आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय ने शनिवार सुबह नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को तलब कर कड़ी आपत्ति जताई है।

विदेश मंत्रलाय ने पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को पाकिस्तानी की जमीन पर चल रही आतंकी गतिविधियों को बंद करने को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। इसके अलावा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूरी तरह दृढ संकल्पित है।

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