क़ुतुब अन्सारी
बहराइच : 21 अक्टूबर को प्रदेश की 11 विधानसभा सभा सीटों के लिये हुये मतदान की आज गिनती का दौर शुरू हुआ जिसके क्रम में प्रदेश के अति पिछड़े इलाके के जंगली क्षेत्र बलहा सु0 सीट के लिये भी उप चुनाव कराया गया था,ये सीट यहां से भाजपा के विधायक रहे अक्षयबर लाल गौड़ के सांसद निर्वाचित हो जाने से इस पर उप चुनाव कराया गया था।2019 के इस उप चुनाव की आज हुई गिनती में बलहा से भाजपा प्रत्याशी सरोज सोनकर ने अप्रत्याशित जीत हासिल कर तीसरी बार भाजपा का झंडा लहराया है।
2009 में हुये परिसीमन के बाद नानपारा विधानसभा क्षेत्र से काट कर बलहा के रूप में स्तित्व में आने के बाद 2012 में हुये पहले चुनाव में यहां से भाजपा प्रत्याशी के रूप में सावित्री बाई फुले विधायक बनी थी जो 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा टिकट से सांसद निर्वाचित हो गयी थी और इस तरह यहां हुये उप चुनाव में सपा ने सीट हथिया ली थी लेकिन 2017 में पुनः हुये विधानसभा चुनाव में अक्षयबर लाल गौड़ ने भाजपा की इस पारम्परिक सीट को वापस लेते हुये अपना कब्जा जमा लिया.
लेकिन एक बार फिर 2019 के लोकसभा चुनाव के लिये यहाँ के विधायक अक्षयबर लाल पर पार्टी ने भरोसा जताते हुये सांसदी के लिये मैदान में उतार दिया जो काफी हद तक सफल भी रहे,और इस तरह स्तित्व में आने के बाद पुनः इस क्षेत्र में 21 अक्टूबर को उप चुनाव सम्पादित कराया गया जिसका आज नतीजा आते ही भाजपा खेमे में एक बार खुशी की लहर दौड़ गयी है।इस चुनाव के लिये आज शुरू हुई मतगणना में भाजपा प्रत्याशी सरोज सोनकर ने शुरुआती दौर से ही अपनी बढ़त बना ली थी और पहले दौर की मतगणना में दूसरे राउंड की गणना में भाजपा की सोनकर को 7081,सपा की किरण भारती को 2384,बसपा के रमेश गौतम को 1432 तथा कांग्रेस की उम्मीदवार मन्नू देवी को मात्र 111 वोट मिले थे।
इसके 30 राउंड की इस गणना में भाजपा प्रत्याशी के विजय रथ का पहिया बराबर चलता ही रहा और गणना के अंतिम चरण 30 वें राउंड की समाप्ति पर भाजपा की सरोज सोनकर ने 89627,सपा की किरण भारती को 43146 और बसपा के रमेश गौतम को 31633 वोट प्राप्त हुये, और इस तरह भाजपा प्रत्याशी सरोज सोनकर ने अपने प्रतिद्वंदी सपा की किरण भारती को 46481वोटों से पराजित कर इस सीट पर पुनः भाजपा का परचम लहरा दिया है।
इस चुनाव में सपा को छोड़ सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी है।2019 में हुए इस उप चुनाव में सत्ताधारी भाजपा की ओर से विधायकी के लिये किसी बाहरी उम्मीदवार को मैदान में उतारने से यहां के कर्मठ और पुराने भाजपाइयों को जोर का झटका भी लगा था और चुनाव कमपेनिंग के दौर में बड़े पैमाने पर भितरघात की भी खबरें आ रही थी जिसके लिये पार्टी हाई कमान को कड़ी मेहनत भी करनी पड़ी थी और इस तरह इस उप चुनाव में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को दो बार,प्रदेश अध्यक्ष को दो दो बार का दौरा करना पड़ा था।इसके अलावा पार्टी के शीर्ष नेताओं और प्रदेश सरकार के एक दर्जन मंत्रियों को यहां खेमा गाड़ कर चुनाव प्रचार किया गया जिसका नतीजा रहा कि आपसी भितरघात फेल हो गया और जनता ने मोदी और योगी के नाम पर प्रचण्ड मतों से भाजपा प्रत्याशी को विजय श्री का ताज पहना दिया।