Coronavirus: देशभर में कोरोना मरीजों की संख्या 1300 के पार, 37 लोगों की मौत

कोरोना वायरस का कहर देश में भी लगातार बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों के अंदर यहां 12 लोगों ने अपनी जान गवाई है और 121 नए कोविड-19 पॉजिटिव मिले हैं। इसके साथ ही कोरोना के कारण भारत में मरने वालों की संख्या 37 हो गई है और 1347 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं अब तक 137 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 1167 लोगों का उपचार किया जा रहा है।

बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र में 2 लोगों की मौत हुई। पुणे में 52 साल के मरीज और मुंबई में 80 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा दिया। इसके साथ ही यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। महाराष्ट्र में अब तक 220 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं मध्यप्रदेश के इंदौर में 41 वर्षीय मरीज ने दम तोड़ा। राज्य में अब तक 4 जानें गई हैं, इनमें 2 इंदौर और 2 उज्जैन के निवासी थे। गुजरात के भावनगर में 45 वर्षीय महिला की जान गई। उसके कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि सोमवार को हुई। यहां अब तक 6 लोगों मौत इस वायरस से हो चुकी है। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रहने वाली 54 वर्षीय महिला की मौत संक्रमण से हो गई। वह हाल ही में चेन्नई से इलाज करवाकर लौटी थी। राज्य में कोरोना से यह दूसरी मौत है। इसके अलावा पंजाब में 55 वर्षीय महिला की मौत संक्रमण से मौत हुई। राज्य में कोरोना से यह तीसरी मौत है।

किस राज्य में कब हुई संक्रमण से मौत

तारीख मौतें राज्य उम्र
11 मार्च पहली मौत कर्नाटक 76 साल
13 मार्च दूसरी मौत दिल्ली 68 साल (महिला)
17 मार्च तीसरी मौत महाराष्ट्र 63 साल (महिला)
18 मार्च चौथी मौत पंजाब 70 साल
21 मार्च 5वीं मौत महाराष्ट्र 63 साल
21 मार्च 6वीं मौत बिहार 38 साल
22 मार्च 7वीं मौत गुजरात 67 साल
23 मार्च 8वीं मौत बंगाल 57 साल
23 मार्च 9वीं मौत हिमाचल 68 साल
24 मार्च 10वीं मौत महाराष्ट्र 65 साल
25 मार्च 11वीं मौत तमिलनाडु 54 साल
25 मार्च 12वीं मौत मध्यप्रदेश 65 साल (महिला)
25 मार्च 13वीं मौत गुजरात 85 साल (महिला)
26 मार्च 14वीं मौत कश्मीर 65 साल
26 मार्च 15वीं मौत महाराष्ट्र 65 साल
26 मार्च 16वीं मौत कर्नाटक 75 साल (महिला)
26 मार्च 17वीं मौत राजस्थान 73 साल
26 मार्च 18वीं मौत गुजरात 70 साल
26 मार्च 19वीं मौत राजस्थान 60 साल
26 मार्च 20वीं मौत मध्यप्रदेश 65 साल
27 मार्च 21वीं मौत कर्नाटक 65 साल
27 मार्च 22वीं मौत महाराष्ट्र 65 साल (महिला)
28 मार्च 23वीं मौत केरल 69 साल
28 मार्च 24वीं मौत गुजरात 46 साल
28 मार्च 25वीं मौत महाराष्ट्र 85 साल
28 मार्च 26वीं मौत तेलंगाना 75 साल
29 मार्च 27वीं मौत जम्मू-कश्मीर 62 साल
29 मार्च 28वीं मौत गुजरात 45 साल
29 मार्च 29वीं मौत महाराष्ट्र 40 साल (महिला)
29 मार्च 30वीं मौत महाराष्ट्र 45 साल
29 मार्च 31वीं मौत पंजाब 62 साल
30 मार्च 32वीं मौत बंगाल 54 साल (महिला)
30 मार्च 33वीं मौत गुजरात 45 साल (महिला)
30 मार्च 34वीं मौत महाराष्ट्र 52 साल
30 मार्च 35वीं मौत मध्य प्रदेश 41 साल
30 मार्च 36वीं मौत महाराष्ट्र 80 साल
30 मार्च 37वीं मौत पंजाब 55 साल (महिला)

 

– तेलंगाना में 6 के मरने के बाद पूरे राज्य में रेड अलर्ट
\एक दिन पहले रविवार की शाम तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने दावा किया था कि राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रण में है। अगले 8-10 दिन में हम इस महामारी से बाहर आ जाएंगे। उनके इस विश्वास और घोषणा को 24 घंटे भी नहीं बीते होंगे कि तेलंगाना में एक के बाद एक 6 मौतों की खबर ने उन्हें सहित पूरे प्रशासन और राज्य की जनता तक को हिला डाला। सोमवार की रात 12 बजे तक हुई इन मौतों के मामले में सबसे चिंताजनक बात यह है कि ये लोग किसी अस्पताल में भर्ती नहीं थे और न ही इनका कहीं इलाज चल रहा था। ये सब सोमवार को ही अस्पतालों में पहुंचे और रात होते होते तक इनकी मौत हो गई।

इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि इन सबके बारे में एक तथ्य समान है कि ये सब 13 से 15 मार्च के बीच नई दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित जमात ए तबलीग मरकज के सम्मेलन में शामिल होकर वापस लौटे थे। ये सब 18 मार्च को दिल्ली- हैदराबाद एक्सप्रेस से वापस लौटे थे। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुल कितने लोग मरकज के इस सम्मेलन में भाग लेने गए थे, राज्य सरकारों के पास इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। एक अनुमान है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के करीब साढ़े तीन हजार लोग में शामिल हुए थे। तेलंगाना में सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के गुंटूर के विधायक के परिजन भी इस मरकज में गए थे, जिनमें से दो को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार हैदराबाद के गांधी अस्पताल में दो, अपोलो अस्पताल में एक, ग्लोबल अस्पताल में एक, निजामाबाद सरकारी अस्पताल में एक और गदबल में एक की मौत हुई है। इन सबके प्रकट लक्षण कोरोना के ही थे। हालांकि राज्य सरकार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक प्रतीक्षा करने को कहा है।

इस बीच सोमवार आधी रात को ही राज्य के मुख्यमंत्री ने सारे जिला कलेक्टर को रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। साफ नि्र्देश दिए हैं कि वह अपने- अपने जिले से इस सम्मेलन में भाग लेने जाने वालों की जानकारी हासिल करें और तुरंत उनको क्वॉरेंटाइन किया जाए । सरकार ने साफ तौर पर घोषणा की है कि कोरोना से पीड़ित का इलाज सरकार पूरी तरप मुफ्त कराएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिन्हें भी इस बात की जानकारी हो कि उनके इलाके से कौन कौन निजामुद्दीन के मरकज में गया था, तो उसकी सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन या थाने को दें। इस बीच मरकज से लौटे लोगों की मौत की खबर फैलते ही कुछ जिलों के स्वास्थय केन्द्रों में कुछ रोगियों के पहुंचने की जानकारी मिल रही है। ऐसे सब रोगियों को डॉक्टर आइसोलेशन वार्ड में ले जा रहे हैं।

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