Diwali 2020 : दिवाली पर लक्ष्मी, गणेश की ऐसी मूर्ति की करें पूजा, घर में बढ़ेगी बरकत मिलेगी सुख-समृद्धि

दीपावली के दिन धन की देवी लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार दिवाली पर पूजा को लेकर एक और विधान माना जाता है की दिवाली के दिन लक्ष्मी और गणेश जी की नई मूर्ति की पूजा की जाए। इसलिए इस दिन सभी मूर्तिया खरीदते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं की देवी और गजानन की कैसी मूर्ति खरीदें। तो आइए आपको बताते हैं की दीपावली के दिन कैसी मूर्ति खरीदना शुभ होता है। दिवाली पर लक्ष्मी और गणपति मूर्ति खरीदते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। सही मूर्ति खरीदने से घर में बरकत बनी रहती है वहीं यदि गलत मूर्ति खरीद ली जाए तो आपको इसके विपरीत ही परिणाम देखने को मिल सकते हैं, तो इस बार दिवाली पर खरीदें ऐसी मूर्ति…

क्यों की जाती है नई मूर्ति की पूजा

मान्यताओं के अनुसार माना जाता है की हर साल नई मूर्ति की पूजा की जाती है, लेकिन इसके पीछे कई तरह की मान्यताएं हैं। कुछ लोगों का मानना है की इसे मंदिर में मौजूद मूर्ति को बदलने एक अवसर मिल जाता है, तो कुछ लोग लक्ष्मी-गणेश की नई मूर्ति की पूजा को धार्मिक दृष्टि से देकते हैं। पुराने समय की मान्यताओं के अनुसार सिर्फ धातु और मिट्टी की मूर्तियों का ही चलन था। धातु की मूर्ति से ज्यादा मिट्टी की मूर्ति की पूजा होती थी। जो हर साल खंडित और बदरंग हो जाती है। वहीं ऐसा भी माना जाता है कि कुम्हारों की आर्थिक मदद को ध्यान में रखते हुए नई मूर्ति खरीदने की शुरुआत की गई। वहीं कई ऐसी मान्यताएं हैं कि नई मूर्ति एक आध्यात्मिक विचार का भी संचार करती है जो गीता में श्रीकृष्ण ने दिया है। नई मूर्ति लाने से घऱ में नई ऊर्जा का संचार होता है। शास्त्रों में इसको लेकर कोई साक्ष्य नहीं मिलते की हर वर्ष दिवाली पर मूर्ति को बदलकर ही पूजा की जाए।

लक्ष्मी जी की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान

जिसमें लक्ष्मीजी उल्लू पर बैठी हों, ऐसी मूर्ति खरीदने से बचना चाहिए। बल्कि वे कमल के फूल पर बैठी होनी चाहिए। साथ ही एक हाथ से आशीर्वाद देते हुए दिखें और दूसरे हाथ से धन की बारिश करती हुई दिखें। अगर ऐसी मूर्ति अपने घर लाते हैं, तो यकीनन आपके घर पैसों की बारिश होगी और देवी का आशीर्वाद भी बना रहेगा। कहा जाता है कि पूजन के लिए लक्ष्मीजी की खरीदी जाने वाली प्रतिमा ऐसी होनी चाहिए जिसमें वह बैठी हों। खड़ी वाली प्रतिमा लेेकर न आएं। इसका पूजन करना अशुभ माना जाता है।

गणेश की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

सोने, चांदी, पीतल या अष्टधातु की मूर्ति खरीदने के साथ क्रिस्टल के लक्ष्मी-गणेश की पूजा करना शुभ होता है। इस दिन पूजा करने के लिए आप लक्ष्मी और गणेश की ऐसी मूर्ति खरीदें, जिनमें दोनों अलग-अलग हों। गणेश की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें की उनकी सूंड बाएं हाथ की तरफ मुड़ी होनी चाहिए क्योंकि दाईं तरफ मुड़ी हुई सूंड शुभ नहीं होती है। सूंड में दो घुमाव भी ना हों मूर्ति खरीदते समय हमेशा गणेश जी के हाथ में मोदक वाली मूर्ति खरीदें। ऐसी मूर्ति सुख-समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। गणेश जी की मूर्ति में उनके वाहन मूषक की उपस्थिति अनिवार्य है।

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