कानपुर : रेड जोन इलाकों में दिखा कोरोना का खौफ, बेवजह घूमते पाये जाने पर लगेगा पांच लाख तक का जुर्माना

– इन इलाकों में घूमते पाये जाने पर लगेगा पांच लाख रुपये तक का जुर्माना

कानपुर । जनपद में दिल्ली से आये सात तब्लीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव मिलने से प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें में खलबली मची हुई है। प्रशासन उन इलाकों को रेड जोन घोषित कर दिया है जिन इलाकों पर यह लोग ठहरे थे। ऐसे में तब्लीगी जमात की वजह से कानपुर में आयी कोरोना की आफत के बाद मुस्लिम क्षेत्रों में भी दहशत का माहौल है। इन क्षेत्रों में हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरह से मोर्चे में जुटी है। जमातियों के संपर्क खंगाले जा रहे हैं। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी स्थितियों पर नजर रख रहे हैं लेकिन रेड जोन घोषित किये गए जिन क्षेत्रों में आसमान से निगहबानी की जा रही है, वह कोरोना के खौफ को साफ प्रदर्शित कर रहा है। यहां पर सड़कों के साथ घरों की छतों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। इन इलाकों पर अगर कोई घूमता पकड़ा गया तो पांच लाख रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा।

कानपुर में जबसे तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है, तब से लोगों में दहशत का माहौल है। तेजी से उन लोगों को भी तलाशा जा रहा है जो किसी न किसी तरह इन जमातियों के संपर्क में आए हैं। इन सबके बीच प्रशासन ने जिन क्षेत्रों को रेड जोन घोषित किया हुआ है, वहां पर काफी सतर्कता बरती जा रही है। रविवार को डीएम डॉ. बीडीआर तिवारी, एसएसपी अनंत देव ने अफसरों के साथ बाबूपुरवा, चमनगंज, बेकनगंज समेत अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया औरयहां पर लोगों को अपने घरों में रहने को कहा गया। आलाधिकारियों ने कहा कि जो इलाके रेड जोन घोषित किये गये हैं वहां पर कोई भी अनावश्यक रुप से घूमता हुआ नहीं मिलना चाहिये।

पांच लाख रुपये का तय किया गया जुर्माना

शहर में तब्लीगी जमात के सात सदस्यों के कोरोना वायरस का पॉजिटिव मिलने के बाद घोषत रेड जोन एरिया को लेकर पुलिस प्रशासन बेहद सख्त हो गया है। रेड जोन में लॉकाडाउन का उल्लंघन करने पर भारी मुचलके पर पाबंद करने के साथ पांच लाख तक का जुर्माना तय किया गया है। रेड जोन एरिया में आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है, यहां अब न कोई जा सकता है और न ही कोई तय सीमा से बाहर जा सकता है। इसके साथ ही रेड जोन घोषित किए गए इलाकों के अलावा शहर में भी लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस ने मुचलका पाबंदी की तैयारी की है। उन लोगों को चिह्नित किया जा रहा है जो बेवजह सड़कों पर घूम रहे हैं। आइजी ने ऐसे लोगों के खिलाफ एक लाख से पांच लाख रुपये तक की मुचलका पाबंदी के निर्देश दिए हैं। आइजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन का अनुपालन कराने के लिए मुचलका पाबंदी की कार्रवाई होगी, सभी जिलों को निर्देश दिए हैं।

इन जगहों पर है रेड जोन

छह स्थानों को रेड जोन घोषित किया गया है, जहां पर तब्लीगी जमात के सदस्य ठहरे थे या फिर गए थे। शहर व घाटमपुर के सजेती में तब्लीगी जमात के सदस्यों के ठहरने वाली मस्जिद के एक किमी दायरे में आवाजही पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई है। अब इन क्षेत्रों में अगर कोई लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया तो उसपर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। रेड जोन में हलीम कॉलेज प्राइमरी स्कूल की मस्जिद, कर्नलगंज में शेख हुमायूं मस्जिद, बाबू पुरवा की शुफ्फा मस्जिद और कर्नलगंज की खैर मस्जिद तथा घाटमपुर सजेती में बरीपाल स्थित बड़ी मस्जिद और घाटमपुर की मस्जिद को रखा गया है। एसएसपी अनंतदेव ने बताया कि रेड जोन एरिया में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, यहां लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पकड़े जाने पर पांच लाख रुपये में पाबंद करने के साथ दोबारा पकड़े जाने पर यह रकम वसूली जाएगी।

ड्रोन से हो रही निगरानी
रेड जोन घोषित किये गए बाबूपुरवा, चमनगंज, बेकनगंज, कर्नलगंज समेत अन्य क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी चलती रही। ड्रोन से निगरानी में इस बात का खासा ध्यान रखा गया कि कहीं कोई अपने घरों की छत और छज्जों पर तो भीड़ नहीं लगाए है। ड्रोन से ली गई तस्वीरों में जो बातें सामने आयी, वह अब इन क्षेत्रों में कोरोना की दहशत को बयां कर रही हैं। यहां पर लोग अब छत और छज्जों पर आने से परहेज कर रहे हैं।

कोरोना माने मौत का सड़क पर लिखा गया स्लोगन

कोरोना की दहशत को बताने के लिए नए-नए तरीकों का भी सहारा लिया जा रहा है. बेकनगंज समेत कई जगह सड़क पर ‘कोरोना माने मौत’ के स्लोगन लिखकर इस वायरस की भयावहता के बारे में बताया गया है। इसके अलावा सड़कों पर बेरीकेंडिग कर रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां पर पुलिस बल अपनी निगाह भी रख रहा है। लोगों में इस कदर खौफ है जो जमाती इस्लाम के प्रचार व प्रसार के लिए आये थे उनको मुस्लिम लोग ही भला बुरा कह रहे हैं। मुस्लिम लोगों का कहना है कि जब हम नहीं रहेंगे तो धर्म कैसे रहेगा। लोगों का यहां तक कहना है कि जिन्होंने इनको शरण दी तो उनके खिलाफ भी प्रशासन सख्त कार्रवाई करे, जिससे धर्म की आड में मौत देने वालों को सबक मिल सके।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें