कानपुर : जय बाजपेई का एक और खुलासा, व्हाट्सएप्प चैट के जरिये करोड़ो का लगाता था सट्टा

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के चर्चित बिकरू हत्याकांड में 8 पुलिसकर्मियों को दर्दनाक मौत देने वाले विकास दुबे के गैंगस्टर साथी को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गैंगस्टर जयकांत बाजपेई भी ऑनलाइन सट्टा खेलने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य था। ये खुलासा पकड़े गए सटोरिए की व्हाट्सएप चैट से हुआ।

दरअसल कल कानपुर के थाना नजीराबाद में कुछ सटोरियों को उठाया गया था। यह लोग ऑनलाइन सट्टा खिलवाने का काम करते थे। इन्हीं सटोरियों में से एक इशान भाटिया के व्हाट्सएप चैट में विकास दुबे के मैनेजर जय बाजपेई से बातचीत मिली जो उसके जेल जाने से पहले की है। सटोरिये व्हाट्सएप पर या इंटरनेट कॉल के माध्यम से एक दूसरे से काल करते थे। 

इन सभी पर गैंगस्टर और गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जाएगी। सट्टे की रकम से आरोपियों ने करोड़ों की संपत्ति बनाई है जिसे पुलिस अब कानूनी कार्रवाई कर जब्त करेगी। नजीराबाद सहित दो अन्य थानाक्षेत्रों से भी कुछ लोगों को ऑनलाइन सट्टे के आरोप में दबोचा गया है।

पुलिस पर भी सवाल

फजलगंज, नजीराबाद और काकादेव इलाकों से सटोरिये गिरफ्तार हुए लेकिन छापे की सूचना तीनों थानों को नहीं थी। ऐसे में इन तीनों थानों की पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इनको संरक्षण पुलिस ने ही दे रखा था। गिरफ्तार सटोरियों के तार पुलिस से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं।

भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद डीआईजी ने स्वाट टीम को भंग कर दिया। स्वाट टीम प्रभारी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार यादव समेत सभी दस पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि सट्टेबाजों पर कार्रवाई में स्वाट टीम भी शामिल रही। सवाल है कि आखिर भंग की गई टीम इसमें क्यों शामिल की गई।

डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी इशान भाटिया जय का करीबी है। यह दोनों मिलकर कमेटी और सट्टे में रकम लगाते थे। जेल में बन्द जय बाजपेई भी बड़ी रकम सट्टे में लगाता था। जय बाजपेई पुलिस से सांठगांठ कर सटोरियों को संरक्षण दिलाता था।

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