विधानसभा चुनाव से पहले गुर्जर समाज का शक्ति प्रदर्शन…कलेक्ट्रेट में घुसकर तोड़ी गाडिय़ां, किया पथराव

आठ से 10 राज्यों के गुर्जर समुदाय के लोगों ने ग्वालियर में मचाया उत्पात
कलेक्ट्रेट में घुसकर फोड़ी गाडिय़ां, किया पथराव

ग्वालियर (ईएमएस)। फूलबाग मैदान पर सोमवार को गुर्जर पंचायत के बैनर तले गुर्जर महाकुंभ का आयोजन किया गया था। इसमें अंचल के सभी जिले सहित अन्य प्रदेशों से गुर्जर समाज के लोग आए थे। गुर्जर समाज के लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया। पहले फूलबाग पर चक्का जाम किया। जमकर पत्थरबाजी की। कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर, एसपी, नगर निगम कमिश्नर, एसडीएम समेत 50 से ज्यादा पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की गाडिय़ां भी फोड़ दीं। कलेक्ट्रेट में घुसने पर जो सामने आया, उसे पीटा। पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोली छोड़े। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। यहां हालात तनावपूर्ण हैं।

सोमवार को इसमें आठ से 10 राज्यों के गुर्जर समुदाय के लोग एकत्रित हुए। मंच से गुर्जर समुदाय भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों को चेतावनी दी। कहा गया कि प्रदेश में गुर्जर समुदाय की जनसंख्या को देखते हुए गुर्जर नेताओं को टिकट दिए जाएं। अन्यथा गुर्जर समाज उनके खिलाफ प्रचार करेगा। ग्वालियर-चंबल अंचल की कई विधानसभा सीट ऐसी हैं, जहां गुर्जर वोट बैंक हार जीत में निर्णायक होता है। उपद्रवियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में बाहर कांच भी तोड़ दिए। पुलिस ने 25 संदिग्ध लोगों को पकड़ा है। ये सभी बाइक से आए थे। उन्होंने पास ही के पेट्रोल पंप पर बाइक पार्क की थी। पुलिस ने पेट्रोल पंप पर खड़ी 150 से ज्यादा बाइक जब्त कर ली हैं। पूरी कलेक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इसके अलावा, चिरवाई नाके पर राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास भी फोर्स तैनात किया गया है।

पहले चक्काजाम और तोडफ़ोड़
दोपहर बाद तक जब कोई प्रशासनिक अधिकारी फूलबाग पर गुर्जर महाकुंभ में बातचीत करने नहीं पहुंचा, तो समाज के लोग आक्रोशित हो गए। नाराज होकर चक्काजाम कर दिया। इसी समय ड्यूटी पर तैनात सिरोल थाने के पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकना चाहा, तो थाने की गाड़ी पर हमला कर दिया। पत्थर फेंककर गाड़ी के कांच तोड़ दिए। उत्पात बढ़ता देख फोर्स बुलाया गया। पुलिस ने किसी तरह हालात को संभाला। सीएसपी नागेन्द्र सिंह ने भी पहुंचकर आक्रोशित युवाओं को समझाया। घटना के बाद वहां फोर्स और बढ़ा दिया था। आक्रोशित गुर्जर समुदाय के लोग कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यहां उन्हें नीचे ही गेट पर रोक लिया गया। इससे भीड़ बेकाबू हो गई। बैरिकेड्स तोडक़र भीड़ कलेक्ट्रेट में ऊपर पहुंच गई। यहां जो रास्ते में मिला, उसे पीटा। पुलिस जवान रोकने आए, तो उनको चांटे मारे। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोडऩे की धमकी दी, तो गुर्जर युवाओं ने कलेक्ट्रेट में खड़े अफसरों और वहां आए लोगों के वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी। पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस बल कम था। इमरजेंसी में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद उपद्रवी तितर-बितर हो गए।

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