हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग निलंबित, भर्तियों पर रोक, सचिव व उपसचिव शिमला तलब-जानें क्या था मामला

– एडीसी हमीरपुर को आयोग का विशेष कार्य अधिकारी नियुक्त किया गया

शिमला (हि.स.)। जेओए-आईटी के पेपर लीक प्रकरण में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। कर्मचारी चयन आयोग की एक महिला कर्मी की संलिप्तता के बाद तत्काल प्रभाव से कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित कर दिया है। साथ ही आयोग में भर्ती प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार ने एडीसी हमीरपुर को आयोग का विशेष कार्य अधिकारी नियुक्त किया गया है।

सरकार ने आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कुमार, सचिव संजीव कुमार को रिलीव कर शिमला भेज दिया है। इन अधिकारियों को कार्मिक विभाग में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार की इस कार्रवाई को लेकर मुख्य सचिव आरडी धीमान ने सोमवार को अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की हैं। सरकारी आदेशों के मुताबिक आयोग के चेयरमैन और सदस्य फिलहाल कोई कार्य नहीं कर पाएंगे।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को दिल्ली से शिमला लौटे हैं। मुख्यमंत्री के हिमाचल लौटते ही कुछ इस तरह का बड़ा एक्शन देखने की संभावना जताई जा रही थी। मुख्यमंत्री सुक्खू साफ कर चुके हैं कि उनकी सरकार भ्र्ष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करेगी।

पेपर लीक प्रकरण में एसआईटी गठित, डीआईजी जी सिवाकुमार को जिम्मा

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के बहुचर्चित जेओए-आईटी पेपर लीक मामले में राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। टीम की अगुवाई डीआईजी जी सिवाकुमार करेंगे। एसआईटी टीम में तीन एसपी राहुल नाथ, अंजुम आरा, बलवीर सिंह के अलावा चार एएसपी और तीन डीएसपी को शामिल किया गया है। पेपर लीक मामले में जांच की रोजाना रिपोर्ट सरकार को देनी होगी। इसके अलावा एक अलग से तकनीकी टीम भी गठित की गई है, जो तकनीकी पहलुओं से जांच को आगे बढ़ाएगी।

क्या था मामला

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी आयोग का जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी (जेओए-आईटी) पोस्ट कोड 965 का पेपर 23 दिसंबर को लीक हो गया था। यह परीक्षा 25 दिसंबर को जिला और मंडल स्तर पर होनी थी। दरअसल, विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो को जेओए-आईटी पोस्ट कोड 965 का पेपर ढाई लाख रुपये में बेचे जाने की शिकायत मिली थी। इसके बाद विजिलेंस ने जाल बिछाकर दलाल और चयन आयोग की एक महिला कर्मी और उसके बेटे सहित छह आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पेपर लीक करने वाली महिला कर्मी चयन आयोग की सीक्रेसी ब्रांच में सीनियर सुपरिटेंडेंट के पद पर तैनात है। विजिलेंस ने गिरफ्तार किये गए सभी आरोपितों को छह दिन के रिमांड पर लिया है।

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