अलीगढ़ में जहरीली शराब का तांडव : अब तक 85 की मौत, 71 शवों का हो चुका पोस्टमॉर्टम

अलीगढ़ :  अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अब तक 85 लोगों की मौत की बात सामने आ रही है। वहीं 71 शवों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। इस बीच आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद हटा दिए हैं तो वहीं आईएएस अधिकारी रिग्जियान सैंफिल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन एसीएस आबकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

अबतक 85 लोगों की हुई मौत
अलीगढ़ जहरीली शराब कांड में अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने शराब कांड के इस पूरे प्रकरण में आबकारी आयुक्त गुरु प्रसाद को भी तत्काल प्रभाव से हटाया दिया है। वहीं, रिग्जियान सैम्फिल आबकारी आयुक्त नियुक्त किया गया है। साथ ही आगरा जोन के संयुक्त आयुक्त और अलीगढ़ मंडल के उपायुक्त के अलावा पांच अन्य को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, अब तक 71 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है। जहरीली शराब से मरने वालों लोगों की संख्या 85 हो चुकी है। सोमवार को 14 लोगों की जान और गई है। इनमें से शहर में मरने वाले लोगों की संख्या सात है।

ऐक्शन में अपर मुख्य सचिव आबकारी

यूपी के अलीगढ़ में जहरीली देसी शराब के सेवन से गुरुवार की रात से जारी लोगों की मौत का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा है। वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करते हुए अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने आगरा जोन के संयुक्त आयुक्त और अलीगढ़ मंडल के उपायुक्त के अलावा पांच लोगों को निलंबित कर दिया है। वहीं, आबकारी अधिकारी डी शर्मा सहित पांच लोगों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। कार्रवाई की आग अब अलीगढ़ जिले तक सीमित नहीं रह गई है। यह अब आगरा तक पहुंच गई है।

सीएम ने दिए हैं कार्रवाई के निर्देश
अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर आबकारी विभाग के संयुक्त आबकारी आयुक्त, आगरा जोन रवि शंकर पाठक एवं उप आबकारी आयुक्त अलीगढ़ मंडल ओपी सिंह को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही इन सभी के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई का भी निर्देश दिए हैं।

पुलिस पर भी हुई कार्रवाई
वहीं, इस प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद पुलिस के अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई शासन स्तर से की गई है। जिसमें गभाना सीओ कर्मवीर सिंह को सस्पेंड करते हुए विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, खैर शिवप्रताप सिंह और विशाल चौधरी सीओ सिटी तृतीय से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगते हुए जवाब तलब किया गया हैं।

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