
फुलपरास . चारों तरफ नकारात्मक भाव, डर, दहशत के बीच भी कैसे बेहतर तरीके से फर्ज को अंजाम दिया जाता है, इसे जानना हो तो फुलपरास के उप स्वास्थ्य केंद्र हटनी आईए। 6 माह की गर्भवती ANM रंगोली कुमारी को कोरोना काल में बेखौफ काम करते देख हैरान रह जाएंगे। उमस भरी गर्मी में टीकाकरण, कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करना और कोविड ड्यूटी निभाने में इनकी तत्परता मिसाल बन रही है।
घर पर छोड़ कर आती हैं 3 साल की बेटी को
रंगोली की 3 साल की बेटी भी है। कोरोना काल में सबको चिंता रहती है कि पूरे परिवार को समेट कर रखें, लेकिन रंगोली के लिए ड्यूटी ज्यादा महत्वपूर्ण है। 3 साल की बेटी को घर पर ही छोड़ आती हैं। घर जाती हैं तो खुद को पूरी तरह से सैनिटाइज करने के बाद उसे फिर दुलार-प्यार देती हैं। इसके बाद आम महिलाओं की तरह घर के कामकाज में जुट जाती हैं।
हर जोखिम उठाने को तैयार
शुक्रवार को मैनही उपस्वास्थ्य केंद्र की ANM जो पॉजिटिव आई थी, उनके क्षेत्र में आशा वर्कर के साथ टीकाकरण करने चली गईं। पूछने पर बोली कि गर्भवती महिलाओं व नवजात बच्चों को दिए जाने वाले टीके समय पर ही लगने होते हैं। ऐसे में जच्चा-बच्चा का ख्याल रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। कोरोना संक्रमण की वजह से हम अपने फर्ज को कैसे भूल सकते हैं।
आपदा में कैसी छुट्टी
ANM रंगोली कुमारी का कहना है कि अभी महामारी के समय में हेल्थ वर्करों की सारी छुटि्टयां कैंसिल हैं। ऐसे में हम कैसे छुट्टी लेकर घर बैठ जाएं। बिना कोई छुट्टी लिए वह लगातार ड्यूटी कर रही हैं। वह कहती हैं कि इस वक्त देश के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी खड़े हैं। ऐसे में अपनी नहीं, बल्कि आम अवाम की चिंता रहनी चाहिए। मातृत्व से पहले अपनी मातृभूमि की रक्षा करना जरूरी है। छुट्टी तो हम बाद में भी ले सकते हैं। जब तक मैं चलने की हालत में हूं, तब तक अपनी ड्यूटी को करना चाहती हूं और मुझे अपने काम पर गर्व है।