आखिरकार रंग लाया किसानों का एक साल लंबा संघर्ष

पीएम ने किया तीनों कृषि कानून वापस लेने का एलान

किसानों ने जमकर की आतिशबाजी, मिष्ठान वितरण कर मनाया जश्न

बाजपुर। तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों द्वारा लगभग डेढ़ वर्ष से चल रहा आंदोलन आखिरकार रंग लाया। प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी संसद सत्र के दौरान तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर दी है। गुरु नानक के जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान करते हुए किसानों से अपील की घर वापस लौट जाएं। कानून वापस होने के दौरान किसानों ने शहीद भगत सिंह चौक पर जमकर आतिशबाजी करते हुए किसानों की जीत बताते हुए मिष्ठान वितरण किया।

नानकसर गुरुद्वारा ठाट के मुख्य सेवादार बाबा प्रताप सिंह ने तीन कृषि काले कानून के वापस लेने पर उन्होंने कहा कि यह किसानों की बहुत बड़ी जीत हुई है। किसान लगभग डेढ़ वर्ष से आंदोलन कर रहे थे। आखिरकार केंद्र सरकार को किसानों के आंदोलन के चलते उन्हें झुकने को मजबूर कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों बिल वापस लेने का ऐलान किया। इस पर किसानों ने खुशी जाहिर की।

भाकियू के अध्यक्ष प्रताप सिंह संधू ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसानों ने बहुत बड़ा संघर्ष किया है। किसान एकता, मजदूर एकता जिंदाबाद का नारा लगाते हुए महिलाएं और बच्चे बुजुर्ग सर्दियों में भी इस आंदोलन में डटे रहे और इस आंदोलन में 800 लगभग किसान शहीद हुए हैं। हम उनको भी नमन करते हैं। प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान करते हुए किसानों को घर लौट जाने का अनुरोध किया है।

तीनों कृषि बिल वापस होने पर किसानों ने शहीद भगत सिंह चौक पर जमकर आतिशबाजी की और हर्ष व्यक्त किया। इस मौके पर गुरमीत सिंह, हरदयाल सिंह, तेजपाल सिंह, मनदीप सिंह नरवाल, गुरविंदर सिंह, बब्बू नामधारी, सतविंदर सिंह, सतनाम सिंह, सुखदेव सिंह, राजेंद्र सिंह, हरपाल सिंह, मनप्रीत सिंह, दलजीत सिंह आदि समेत अनेक किसान मौजूद थे।

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