चीनी सैनिकों को मिला नया खिलौना , भारत के इस डील से डर गया चीन

अब बंदर को खिलौने दोगे तो वो खेलेगा थोड़े ही, उसको तोड़ेगा या फिर निहार के रख देगा. इन दिनों चीनी सैनिकों की हालत भी किसी जानवर से कम नहीं है. कभी उनसे गधे की तरह मजदूरी करवाई जाती है, तो कभी शहीद सैनिकों को मरे हुए कुत्ते की तरह छोड़ दिया जाता है. चीन सिर्फ गेम्स में युद्ध करे तो अच्छा लगता है. उन्होंने सैनिकों को युद्ध क्षेत्र में उतार तो दिया लेकिन ना तो उनके पास हौंसला है, और ना ही सब्र. जिन पिंग ये युद्ध क्षेत्र है कोई पब जी का गेम नहीं, जो आप रोज नए अपडेट लेकर आएंगे और सेना उसे दो दिन में सीख भी लेगी. नए हथियार आते है तो पहले ट्रेनिंग दी जाती है. कोई लाठी डंडा थोड़े ही है की कोई भी भांजने लगेगा. जाओ और पहले अपने सैनिकों को सिखाओ, युद्ध की मान मर्यादा का तो कम से कम ख्याल रखो.

चीनी सरकार ने अपने सैनिकों को किसी बच्चे की तरह नया खिलौना पकड़ा दिया.  जिसका नाम है असॉल्ट रायफल QBU 191. चीन का  सरकारी भोंपू कहता है ये लम्बी दूरी तक मार के लिए सटीक है.  ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि लद्दाख के ठन्डे मौसम में ये रायफल बड़ी कारगर साबित होगी. सबसे पहले ये रायफल स्‍पेशल ऑपरेशन फोर्सेस को दिया जाएगा. चीन को ये क्यों नहीं समझ आ रहा की युद्ध हथियारों से नहीं सैनिकों से लड़ा जाता है.  चीनी सैनिक ठंड तो झेल नहीं पा रही, ऊपर से तुमने के नया खिलौना और पकड़ा दिया. कहीं ऐसा न हो की गोलियां चलाते समय बन्दुक की नली ही टेढ़ी हो जाये.

चीनी सैनिकों को नई बन्दूक मिली तो ऐसे खुश हो गए जैसे दिवाली पर हमारे यहाँ  बच्चे प्लास्टिक की बन्दूक लेकर घूमते है. नई बन्दूक मिलते ही सरकारी भोंपू ने भी चिल्लाना शुरू कर दिया. चीनी सैनिक पहले ही खिल्ली उड़वा चुके है नई बन्दूक ने रही सही कसर भी पूरी कर दी. सोशल मीडिया पर लोगों ने चीन को जमकर लताड़ा. लोगों ने कहा कि आप उन्हें बढ़िया जैकेट दे सकते हो, नए हथियार दे सकते हो पर भारतीय सेना की तरह हौंसला नहीं दे सकते.

चीन ने ये रायफल अपने सेना के हाथ में इसलिए थमा दी  क्यूंकि भारत ने अमेरिका से नई डील की है.  ये डील  फास्ट ट्रैक प्रॉक्योरमेंट के तहत की गई.  रक्षा मंत्रालय ने इंडियन आर्मी के लिए 72 हजार  अमेरिकी सिग सॉर असॉल्ट राइफल की खरीद को मंजूरी दे दी है. बस इसी बात से चीन बौखला गया और नया खिलौना अपने सैनिकों के हाथ में थमा दिया.  अमेरिकी  सिग सौर असॉल्ट राइफल सबसे आधुनिक है.  भारत को पहले से ही 72 हज़ार राइफल मिल चुके हैं और  72 हज़ार राइफल और बड़े में शामिल होंगे.  इसको इंसास से रिप्लेस किया जाएगा.  सिग सौर का बैरल 16 इंच का  है और कैलिबर 7.22 एमएम.  जबकि इंसास का कैलिबर 5.56 एमएम है. जितना ज्यादा कैलिबर उतना ज्यादा घातक.

भारत चीन के तनाव के बिच भारत अपने हथियारों को आधुनिक कर रहा है. s 400 , राफेल, अपाचे हेलीकाप्टर और अब ये रायफल.  इन सबके बाद भारतीय सैनिकों के मजबूत हौंसले.  तो  जिनपिंग पहले अपने सैनिकों को ताजा दूध पिलाओ, अंडे खिलाओ.  और हौंसला बढ़ाओ.  मंचूरियन खिला कर पेट भर सकते हो, सेहत नहीं बना सकते.

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