जानें AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने क्यों कहा-‘मैं एक लैला हूं और मेरे हजारों मजनूं हैं’

बिहार विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी चर्चा में है. ओवैसी पर आरोप लग चुके हैं कि वे खुद को सुर्खियों को लेकर हिन्दू विरोधी विवादित बयान देते रहते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने टीआरएस को बीजेपी की ‘बी’ टीम और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को ‘सी’ टीम बताया था. इस पर ओवैसी ने भी राहुल पर पलटवार किया था और कहा कि जनेऊधारी हमेशा सोचेगा कि वो नंबर एक है. और उनके अलावा बाकी जो सवर्ण नहीं हैं, वे अशुद्ध और मलिच्छ हैं. क्या जनेऊधारी राहुल गांधी बताएंगे कि 1998 से 2012 तक मैं क्या रहा? कांग्रेस हिंदुत्व की बी टीम है. ओवैसी ने कहा कि हमारी स्वतंत्रता और राजनीतिक पहचान को दबाने वालों के प्रति हमारी कोई वफादारी नहीं है.

अब एक बार फिर इस मुद्दे पर औवैसी ने कहा ‘मेरा हाल ऐसा है कि मैं एक लैला हूं और मेरे हजारों मजनूं हैं.’ ओवैसी का कहना था कि सभी पार्टियां मुझे मुद्दा बनाकर लाभ लेना चाहती हैं. ओवैसी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने हैदराबाद में आई बाढ़ के दौरान यहां की जनता की पूरी तरह अनदेखी की.

एक न्‍यूज चैनल को दिए इंटरव्‍यू में ओवैसी ने कहा, ‘बिहार में कांग्रेस ने कह दिया कि मैं बीजेपी के साथ वोटकटवा हूं, बी टीम हूं. यहां हैदराबाद में कांग्रेस कह रही है कि अगर ओवैसी नहीं तो हमको वोट दे दो. बीजेपी कुछ और कह रही है. मुझे कोई फिक्र नहीं है.’

ओवैसी आगे बोले, ‘यानि मैं एक लैला हूं और हर कोई चाहता है कि मुझे मुद्दा बनाकर वोट हासिल किए जाएं. हैदराबाद की जनता यह देख रही है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी हैदराबाद के हर पहलू को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है. यह बात तो अब जनता तय करेगी.’ जानकारों का मानना है कि ओवैसी इस तरह के बयान देकर खुद को चर्चा में बनाए रखना चाहते हैं